
भारत की राजधानी दिल्ली में यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की शनिवार (27 जुलाई) को उनके कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भर जाने से मौत हो गई. हादसा ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित RAU's IAS कोचिंग सेंटर का है. दो छात्राएं और एक छात्र- चार घंटे से अधिक समय तक बेसमेंट के अंदर फंसे रहे, जब तक उनको रेस्क्यू किया जाता, तीनों की मौत हो चुकी थी. इस हादसे के बाद छात्रों में रोष है. उन्होंने दिल्ली नगर निगम, स्थानीय विधायक और पार्षद के खिलाफ नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि RAU's IAS Study Circle के ऑनर और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया गया है. समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए एक छात्र ने कहा, 'एमसीडी और कोचिंग संस्थान दोनों दोषी हैं, उन्हें संयुक्त रूप से उत्तरदायी ठहराया जाना चाहिए.' एक अन्य छात्र ने एएनआई को बताया कि लगभग 20-25 छात्र कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में फंसे हुए थे. ज्यादातर खुद के प्रयासों से बाहर निकले और कुछ छात्र अंदर ही फंसे रह गए. RAU's IAS में पढ़ने वाले छात्रों ने कहा कि हादसे के बाद दिल्ली सरकार का कोई प्रतिनिधि उनसे मिलने नहीं पहुंचा, न ही उनकी सुध ली.
सोशल मीडिया पर हादसे से ठीक पहले का एक वीडियो वायरल है, जिसमें सामान्य बारिश के बाद ओल्ड राजेंद्र नगर की बदहाल स्थिति नजर आ रही है. यह वीडियो RAU's IAS Study Circle के ठीक सामने से ही किसी ने अपने फोन में शूट किया है, जिसमें चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. कोचिंग सेंटर रोड के ठीक बगल में स्थित है. वीडियो में देखा जा सकता है कि सड़क पर कमर भर पानी लगा है. इतना पानी है कि बाइक और स्कूटी लगभग डूब जा रही हैं. वायरल वीडियो में RAU's IAS कोचिंग सेंटर का एंट्री गेट बंद नजर आ रहा है.
पानी लोहे के गेट के आधे हिस्से तक पहुंच रहा है. बताया जा रहा है कि कोचिंग सेंटर के किसी स्टाफ को घर जाना था, इसलिए एंट्री गेट खोला गया. गेट के खुलते ही सड़क पर जमा पानी तेज धार के साथ कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में भरने लगा. पानी इतना ज्यादा था कि करीब 12 फीट गहरे बेसमेंट को भरने में कुछ मिनट ही लगे और उसके अंदर मौजूद छात्र-छात्राएं फंस गए. दरअसल, RAU's IAS Study Circle ने बिल्डिंग के बेसमेंट में ही अपनी लाइब्रेरी बना रखी थी. इसीलिए इतनी संख्या में छात्र बेसमेंट में मौजूद थे.
हादसे के बाद दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने एमसीडी कमिश्नर को निर्देश दिया कि दिल्ली भर में ऐसे सभी कोचिंग सेंटर जो एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में हैं और बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियां चला रहे हैं, जो भवन नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं और मानदंडों के अनुरूप नहीं हैं, उनके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह पता लगाने के लिए तत्काल जांच शुरू की गई है कि क्या इस हादसे के लिए एमसीडी का कोई अधिकारी जिम्मेदार है. यदि कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
हादसे पर AAP और भाजपा के बीच जुबानी जंग
राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारण सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है. आप पर निशाना साधते हुए दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, 'वहां जो हुआ वह कोई हादसा नहीं बल्कि हत्या है. बेसमेंट में लाइब्रेरी कैसे चल रही थी? पहले जो जांच बैठाई गई थी उसका क्या हुआ? ये छात्र देश का भविष्य हैं... दिल्ली के मंत्रियों में वहां (घटना स्थल पर) जाने की हिम्मत नहीं है. आप लोग (दिल्ली सरकार) इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं. लोग लगातार नाले की सफाई कराने को कह रहे थे, आप क्या कर रहे थे? AAP सरकार ने पूरी दिल्ली को बर्बाद कर दिया है. उनकी (छात्रों की) क्या गलती है? यही कि वे पढ़ने के लिए दिल्ली आये?'
खराब ड्रेनेज सिस्टम के लिए BJP जिम्मेदार: AAP
बीजेपी पर पलटवार करते हुए आप विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा,'दिल्ली का ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त हो गया है और इसका कारण यह है कि बीजेपी 15 साल से नगर निगम की सत्ता में थी. हम पिछले 1 साल से यहां हैं और नालों पर काम कर रहे हैं, लेकिन मैं किसी आरोप-प्रत्यारोप में नहीं पड़ना चाहता, मैं चाहता हूं कि इसकी जांच हो और जो भी जिम्मेदार हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो.' इस बीच, दिल्ली कांग्रेस ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार पूरी तरह से विफल साबित हो रही है. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, 'बेसमेंट में संस्थान चलाने की अनुमति किसने दी? हमें इस पर ध्यान देना चाहिए. केजरीवाल यह जताने के लिए कि वह मुख्यमंत्री हैं, लगातार पत्र लिखते रहते हैं, लेकिन हमें दिल्ली की हालत भी देखनी चाहिए...उनके मंत्री कुछ नहीं कर पा रहे हैं.'