Advertisement

गड्ढे में दिल्ली सरकार का टोल फ्री नंबर 1077

'आज तक' की टीम गड्ढों को लेकर दिल्ली सरकार के दावों की पड़ताल करने पुरानी दिल्ली के हैमिल्टन रोड पहुंची, जो कश्मीरी गेट से सटा हुआ है. यहां की सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढों पर सड़क ये समझना जरा मुश्किल है.

सड़कों पर गड्ढों की पड़ताल सड़कों पर गड्ढों की पड़ताल
सुरभि गुप्ता/रोशनी ठोकने
  • नई दिल्ली,
  • 01 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 9:01 PM IST

देश की राजधानी दिल्ली में सिविक एजेंसी की लापरवाही ने एक बाइक सवार की जिंदगी छीन ली. बाइकर की मौत पर राजनीति भी खूब हुई, लेकिन एजेंसियां फिर भी नहीं जागीं. दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर ने ऐसे गड्ढों और वाटर लॉगिंग की समस्या से निपटने के लिए 1077 टोल फ्री नंबर भी जारी किया. मंत्री साहब ने दावा किया कि शिकायत मिलते की कार्रवाई होगी. लिहाजा 'आज तक' ने सरकार के इस दावे का रियलिटी चेक किया.

Advertisement

हैमिल्टन रोड पर गहरा गढ्डा, लोगों के लिए बड़ा खतरा
'आज तक' की टीम सरकार के दावे की पड़ताल करने पुरानी दिल्ली के हैमिल्टन रोड पहुंची, जो कश्मीरी गेट से सटा हुआ है. यहां की सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढों पर सड़क ये समझना जरा मुश्किल है. उबड़-खाबड़ गहरे गढ्ढे से होकर गुजरने वाली गाड़ियां हिचकोले खाने को मजबूर हैं. बाजार का इलाका होने की वजह से हैमिल्टन रोड पर लोडिंग गाड़ियां, रिक्शा, ठेले, ऑटो सब चलते हैं, इन्हीं के साथ साइकिल, मोटरसाइकिल , कार और बच्चों से भरी स्कूल बस भी इसी सड़क से गुजरती है.

सालों के गड्ढे कभी भरते ही नहीं
ये सड़क व्यस्त इलाकों में से एक है, लेकिन इसके बावजूद इस सड़क पर गढ्डा और गड्ढे में भरा पानी सिविक एजेंसी की पोल खोल रहा है. राहगीरों से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि इस सड़क पर गड्ढे कई सालों से हैं, जो कभी भरते ही नहीं. शिकायत करने के बावजूद कभी कोई एक्शन नहीं लिया गया. कई बार इस सड़क पर हादसे हो चुके हैं, अक्सर पैदल चलने वाले लोगों को यहां से गुजरने में मुश्किल आती है. रिक्शे और मोटरसाइकिल से गुजरने वाले कई लोग इन गड्ढों की वजह से गिर चुके हैं.

Advertisement

नहीं काम आया सरकार का हेल्पलाइन नंबर
सड़क की हालात देखकर 'आज तक' ने पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर के जारी किS हुए 1077 टोल फ्री नंबर पर शिकायत करने की ठानी. हैमिल्टन रोड पर ही दुकान चलाने वाले अनिल गब्बा ने अपने फोन से 1077 पर कॉल किया. पहली बार में फोन नॉट रिचएबल गया, दूसरी बार कोशिश करने पर फोन लगा. फोन पर बात करे रहे शख्स को सिर्फ एड्रेस समझने और लिखने में ही 5-6 मिनट का वक्त लग गया. दुकानदार अनिल गब्बा ने अपनी शिकायत में बताया कि ये पीडब्ल्यूडी की सड़क है, हैमिल्टन रोड और इस पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिससे कभी भी कोई हादसे का शिकार हो सकता है. कई बार शिकायत हुई, लेकिन कोई नहीं आया. शिकायत सुनने के बाद हेल्पलाइन नंबर की तरफ से कोई जवाब नहीं आया.

नहीं दिया गया कंप्लेंट नंबर
दुकानदार अनिल गब्बा ने हेल्पलाइन पर बैठे शख्स से कंप्लेंट नंबर भी मांगा, लेकिन जवाब आया की सर्वर डाउन है और आधे घंटे में कंप्लेंट नंबर देंगे. दुकानदार ने फिर पूछा कि कब तक सड़क ठीक होगी, तो जवाब मिला तीन दिन में काम हो जाएगा. अगर सरकार की हेल्पलाइन पर शिकायत करना ही इतना मुश्किल हो और उस पर भी कंप्लेंट नंबर ना मिले और आपको ये कहा जाए कि तीन दिन में काम होगा, तो फिर मंत्री साहब के उस दावे का क्या जिसमें उन्होंने तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिलाया था.

Advertisement

कौन होगा किसी हादसे का जिम्मेदार
'आज तक' ने आधे घंटे के बाद दुकानदार से फिर बात की, लेकिन दुकानदार को कोई कंप्लेंट नंबर नहीं मिला था. दुकानदार ने इतना जरूर बताया कि कंप्लेंट के बाद एक व्यक्ति उनकी दुकान पर आया और कहा की गड्ढे भरने का काम उनका नहीं है. 'आज तक' की पड़ताल में पीडब्ल्यूडी की सड़क और सरकार के दावे की पोल खोल कर दी. हेल्पलाइन नंबर पर बैठे शख्स के मुताबिक काम तीन दिन में हो जाएगा, तो ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि अगर तीन दिन के पहले इस सड़क पर वसंत कुंज जैसा हादसा हो गया, तो फिर उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement