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रियलटी चेक: अस्पताल में ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा ना होने से परेशान लोग

दिल्ली सरकार के मौलाना आज़ाद अस्पताल दांतों के इलाज के लिए जाना जाता है, ना सिर्फ दिल्ली बल्कि आसपास के राज्यों से भी लोग यहां बड़ी संख्या में इलाज कराने आते हैं.

कैशलेस इंडिया का रियलटी चैक कैशलेस इंडिया का रियलटी चैक
पंकज जैन
  • नई दिल्‍ली,
  • 16 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 11:37 AM IST

नोटबंदी के बाद सरकार कैशलेस पेमेंट पर काफी जोर दे रही है लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या सरकारी अस्पताल इसके लिए तैयार हैं. लेकिन जब आजतक ने दिल्ली के बड़े अस्पतालों का रियलिटी चेक किया तो जाना कि अबतक ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा पूरी तरह लोगों को नहीं मिल पा रही है.

दिल्ली सरकार के मौलाना आज़ाद अस्पताल दांतों के इलाज के लिए जाना जाता है, ना सिर्फ दिल्ली बल्कि आसपास के राज्यों से भी लोग यहां बड़ी संख्या में इलाज कराने आते हैं. अस्पताल में लंबी कतार में मरीज पहले ही फॉर्म हाथ में लिए अपने नंबर आने का इंतजार कर रहे थे. अस्पताल में कैश काउंटर पर अलग-अलग इलाज की कैश लिस्ट लगी हुई है लेकिन हैरानी की बात यह है कि नोटबंदी के 1 महीने गुजर जाने के बाद भी यहाँ ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा नहीं है.

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लोग पूछते है पर मशीन नहीं

कैश कांउटर पर कैशियर दीपक के मुताबिक 'अब तक ऑनलाइन बैंकिंग शुरू नहीं हुई है, जिससे काफी लंबे समय से परेशानी आ रही है. डेबिट कार्ड मशीन के बारे में बहुत लोग पूछते हैं पेमेंट करने के लिए लेकिन अभी तक मशीन नहीं आ पाई है, शायद हमारे सर ने ऑर्डर किया है. दीपक बोले कि सबसे बड़ी मुसीबत 2 हजार का नोट है जिनके हम खुले नहीं करा पाते हैं, फिर हमें मरीज को लिखकर देना पड़ता है.'

इतना बड़ा अस्पताल पर स्वाइप मशीन नहीं

अस्पताल में गाजियाबाद से इलाज कराने आए उदयप्रताप ने बताया कि 'वो अपने 2 बच्चों और पत्नी के साथ दांत का इलाज कराने आए हैं लेकिन कैश बिलकुल नहीं है मेरे पास, 100 रुपए भी नहीं है मेरे पास, कल भी एटीएम गया आज भी एटीएम गया लेकिन पैसा नहीं मिल रहा है. क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड ता पेटीएम के ज़रिये पेमेंट हो सके तो करेंगे क्योंकि हमारे पास कैश नहीं है. उन्होंने कहा कि इतना बड़ा अस्पताल है हमें लगा था इंतजाम होगा यहां कम से कम कार्ड के लिए स्वाइप मशीन तो होनी चाहिए. इसी प्रकार करोल बाग से आए राजेश ने कहा कि ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा नहीं होने की वजह से यहां आने वाले लोगों की दिक्कतें लगातार बढ़ रही है.

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दो दिन पहले ही आई केंद्र से चिट्ठी
नोटबंदी के बीच मरीजों को हो रही परेशानी पर मौलना आज़ाद के डीन महेश वर्मा ने कहा कि हमारे पास दो दिन पहले ही केंद्र सरकार की इसको लेकर चिट्ठी आई है, हम बैंक से कैशलेस और कार्ड से पेमेंट की शुरुआत की बात कर रहे है. महेश वर्मा बोले कि हमारे अस्पताल में कई सेवाएं फ्री है, अभी तक हमारे पास ऐसा कोई मरीज नहीं आया जिसे ऑनलाइन बैंकिंग की जरुरत पड़ी हो. गौरतलब है कि कैशलेस की बात करने वाले देश के इतने बड़े अस्पताल में ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा न होना अपने आप में हैरान करता है.

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