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Russia-Ukraine war: PM मोदी ने तुरंत युद्ध विराम की बात दोहराई- रूसी विदेश मंत्री से मुलाकात पर PMO का बयान

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. इससे पहले लावरोव ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी.

पीएम मोदी से मुलाकात करते लावरोव. पीएम मोदी से मुलाकात करते लावरोव.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 7:26 PM IST
  • लावरोव ने भारतीय कूटनीति की सराहना की
  • विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी आज लावरोव ने की मुलाकात

भारत के दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को दिल्ली पहुंचे रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. पीएमओ के मुताबिक, मुलाकात के दौरान रूस के विदेश मंत्री लावरोव ने पीएम नरेंद्र मोदी को यूक्रेन की स्थिति के बारे में जानकारी दी, जिसमें चल रही शांति वार्ता भी शामिल है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसा की शीघ्र समाप्ति के लिए अपने आह्वान को दोहराया और शांति प्रयासों में किसी भी तरह से योगदान करने के लिए भारत की तत्परता से अवगत कराया. पीएमओ के मुताबिक, रूसी विदेश मंत्री ने दिसंबर 2021 में आयोजित भारत-रूस द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के दौरान लिए गए निर्णयों की प्रगति पर प्रधानमंत्री को भी अपडेट किया.

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पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान रूसी विदेश मंत्री लावरोव.

इससे पहले लावरोव ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच बातचीत के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.

इससे पहले प्रेस को संबोधित करते हुए रूसी विदेश मंत्री ने बड़ा बयान दिया कि हम भारत को किसी भी सामान की आपूर्ति करने के लिए तैयार हैं, जो भी वह हमसे खरीदना चाहता है. रूस और भारत के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं.

लावरोव ने कहा- रूस और यूक्रेन के बीच भारत बन सकता है मध्यस्थ

मॉस्को और कीव के बीच भारत के मध्यस्थ बनने की संभावना पर रूसी विदेश मंत्री ने कहा, "भारत एक महत्वपूर्ण देश है. अगर भारत उस भूमिका को निभाना चाहता है जिससे समस्या का हल निकले तो ऐसा हो सकता है. रूस और भारत के बीच संबंधों को और गहरा करने के संबंध में रूसी विदेश मंत्री ने एक बड़ी घोषणा भी की. उन्होंने कहा कि मास्को तेल और हाई-टेक हथियारों की आपूर्ति करने के लिए तैयार है जो दिल्ली उससे खरीदना चाहता है.

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यह घोषणा महत्वपूर्ण है क्योंकि ये बयान यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के कारण चल रहे ऊर्जा संकट के बीच आया है, जिसने दुनिया भर में ऊर्जा की कीमतों को बुरी तरह प्रभावित किया है. मॉस्को और नई दिल्ली के बीच संबंध दशकों पुराने हैं, इस पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि हमने कई दशकों तक भारत के साथ विकसित किए हैं. 

लावरोव ने भारतीय कूटनीति की सराहना की

उन्होंने भारतीय कूटनीति की सराहना की और भारत को वफादार भागीदार बताया. सुरक्षा चुनौतियों के मामले में रूस भारत का समर्थन कैसे कर सकता है, इस पर विस्तार से विस्तार से बताते हुए लावरोव ने कहा, "मेरा मानना ​​​​है कि भारतीय विदेश नीतियां स्वतंत्रता और वास्तविक राष्ट्रीय हितों पर आधारित है. यही नीति रूसी संघ में भी है. यह हमें अच्छा दोस्त और वफादार साझेदार बनाता है.

लावरोव ने कहा कि भारत और रूस के संबंध काफी पुराने हैं. अक्टूबर 2000 में  भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी पर घोषणा पर हस्ताक्षर करने के बाद से भारत-रूस संबंधों ने राजनीतिक, सुरक्षा, रक्षा, व्यापार सहित द्विपक्षीय संबंधों के लगभग सभी क्षेत्रों में नई सफलता हासिल की है. 

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