
दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा अभी तक चुनी हुई सरकार की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर मंजूरी ना मिलने को लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्रियों ने LG के घर के बाहर डेरा डाल दिया. इसके बाद LG वीके सक्सेना ने आप के मंत्रियों को सचिवालय के अंदर बुला लिया. मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली एलजी ने हमें मिलने के लिए बुलाया है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें करीब 90 मिनट तक इंतजार करना पड़ा.
इस बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल पर निशाना साधा है. केजरीवाल ने कहा कि एलजी साहब SC का आदेश क्यों नहीं मान रहे हैं? दो दिन से सर्विसेज़ सेक्रेटरी की फाइल साइन क्यों नहीं की? कहा जा रहा है कि केंद्र अगले हफ़्ते आर्डिनेंस लाकर SC के आदेश को पलटने वाली है? क्या केंद्र सरकार SC के आदेश को पलटने की साज़िश कर रही है? क्या LG साहिब आर्डिनेंस का इंतज़ार कर रहे हैं, इसलिए फाइल साइन नहीं कर रहे?
बता दें कि मुख्य सचिव बदलने और सर्विसेज विभाग के सचिव के तबादले का प्रस्ताव उपराज्यपाल ने अभी तक मंजूर नहीं किया है. इसी के विरोध में आम आदमी पार्टी सरकार ने उपराज्यपाल के खिलाफ मोर्चा खोला है.
गौरतलब है कि केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच अधिकारों की लड़ाई को लेकर पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया. सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की संविधान पीठ ने सर्वसम्मति से ये फैसला दिया कि दिल्ली में अफसरों की ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार केजरीवाल सरकार के पास ही रहेगा. इसके बाद केजरीवाल सरकार अब एक्शन में आ गई.
केजरीवाल सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अपने विभाग के सचिव बदल दिया. दिल्ली सरकार के सर्विसेज विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सेवा सचिव बदलने के आदेश जारी किए. इसमें आशीष मोरे को सर्विसेज सचिव पद से हटाया गया.
आशीष मोरे ने सौरभ भारद्वाज पर लगाया धमकाने का आरोप
दिल्ली के सर्विसेज सेक्रेटरी आशीष मोरे ने दिल्ली के मुख्य सचिव को एक चिट्ठी लिखकर कहा है कि उन्हें मंत्री सौरभ भारद्वाज धमका रहे हैं. उन्होंने अपनी चिट्ठी में पूरी सिक्वेंस को बताया है कि कैसे मंत्री ने उन्हें और कुछ अधिकारियों को बुलाकर बातचीत की.
आशीष मोरे ने अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है, क्योंकि उन्होंने कहा है कि वह सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. साथ में यह भी कहा है कि वह मंत्री के साथ किसी मीटिंग में नहीं बैठ सकते क्योंकि उनके व्यवहार से असुरक्षा की भावना आ रही है.