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स्कीमः QR code स्कैन कीजिए और घर का कूड़ा दीजिए, बदले में एमसीडी गिफ्ट भी देगी

एमसीडी के अधिकारी अश्विनी कुमार ने सिविक सेंटर में 'प्लास्टिक पिक-अप चैट बॉट' नामक पहल की शुरुआत की. अधिकारियों के मुताबिक क्यूआर कोड और स्टिकर, बाजारों और निवासी कल्याण संघों के कार्यालयों जैसे प्रमुख स्थानों पर चिपकाए जाएंगे.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दल्ली,
  • 14 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 1:04 PM IST
  • दिल्ली के दूसरे इलाको में भी योजना होगी लागू
  • पहल का नाम- प्लास्टिक पिक-अप चैट बॉट

दिल्ली के एक इलाके के लोग अब सिर्फ QR code स्कैन कर अपना कचरा कूड़े वाले को दे सकते हैं. एमसीडी ने इस सुविधा को शुरू किया है. इसमें अहम बात यह है कि इसकी मदद से लोग अपने प्लास्टिक कचरे को घर बैठे एमसीडी को सौंप सकते हैं और बदले में आकर्षक उपहार प्राप्त कर सकते हैं.

ये सुविधा दिल्ली नगर निगम के करोल बाग क्षेत्र के निवासियों को दी जा रही है. विशेष अधिकारी, एमसीडी, अश्विनी कुमार ने बुधवार को सिविक सेंटर में 'प्लास्टिक पिक-अप चैट बॉट' नामक पहल की शुरुआत की. अधिकारियों के मुताबिक क्यूआर कोड और स्टिकर, बाजारों और निवासी कल्याण संघों के कार्यालयों जैसे प्रमुख स्थानों पर चिपकाए जाएंगे.

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नगर निगम ने बयान में कहा कि एमसीडी ने एक गैर सरकारी संगठन (NGO) के सहयोग से प्लास्टिक कचरा संग्रहण की दिशा में एक जरूरी पहल की है. करोल बाग अंचल के उपायुक्त शशांक आला ने कहा कि एमसीडी बाजार संघों के कार्यालयों, निवासी कल्याण संघों और अन्य प्रमुख स्थानों पर क्यूआर कोड स्टिकर लगाएगी, ताकि लोग इस सुविधा का आसानी से उपयोग कर सकें.

48  घंटे के अंदर आएगा कचरे वाला

लोग निगम द्वारा जारी क्यूआर कोड को स्कैन करके चैट बॉट शुरू कर सकते हैं. यह नागरिकों से उनका नाम, मोबाइल नंबर और प्लास्टिक लेने की जगह के बारे में पूछेगा. इसके बाद एनजीओ का एक प्रतिनिधि 48 घंटे के भीतर आपके घर से प्लास्टिक कचरा इकट्ठा करेगा.

समस्या के बेहतर समाधान की उम्मीद

विशेष अधिकारी कुमार ने कहा कि इस पहल से प्लास्टिक कचरे की समस्या का बेहतर समाधान होगा और प्लास्टिक लैंडफिल स्थलों तक नहीं पहुंच पाएगा. उन्होंने कहा कि एमसीडी अन्य क्षेत्रों में भी इस सुविधा को लागू करने की कोशिशि करेगी.

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