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नोएडा में स्कूल ऑनलाइन हुए, दिल्ली में कंस्ट्रक्शन का काम ठप, पॉल्यूशन पर 24 घंटे के बड़े अपडेट

दिल्ली-एनसीआर की हवा जहरीली हो चुकी है. घर से बाहर निकलते ही दम घुटने लगा है. शुक्रवार को नोएडा का AQI 562 पहुंच गया वहीं दिल्ली में वायु गुणवत्ता 472 के स्तर पर पहुंच गई है. इसके चलते दिल्ली में कंस्ट्रक्शन का काम ठप हो गया है. इसके साथ ही नोएडा में 1 से 8वीं तक की क्लासेज के ऑनलाइन संचालन का आदेश दिए गए हैं.

दिल्ली-NCR की आबोहवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है (फोटो-PTI) दिल्ली-NCR की आबोहवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है (फोटो-PTI)
कुमार कुणाल/मिलन शर्मा/पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:36 AM IST

देश की राजधानी दिल्ली के साथ ही NCR की आबोहवा बेहद खराब हो चुकी है. घर से बाहर निकलने पर चारों तरफ धुआं-धुआं दिखाई दे रहा है. आलम ये है कि इस माहौल में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है. आंखों में जलन और घुटन जैसी परेशानी महसूस हो रही है. 

शुक्रवार को नोएडा (UP) में AQI 'गंभीर' श्रेणी के साथ ही 562 पर पहुंच गया है. वहीं, गुरुग्राम भी में AQI 539 हो गया है, जो कि 'गंभीर' श्रेणी में हैं. जबकि दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 472 तक जा पहुंचा है. 

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दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में गिरावट जारी है. इसके बाद दिल्ली में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-NCR में GRAP-4 को लागू करने के आदेश दे दिए हैं. दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद पाबंदियों का दौर शुरू हो गया है. नोएडा में जहां 1 से 8वीं तक क्लासेज ऑनलाइन मोड पर चलाई जाएंगी, वहीं दिल्ली में कंस्ट्रक्शन रोकने समेत कई प्रतिबंध लागू किए गए हैं.


दिल्ली में एयर क्वालिटी कमीशन ने लगाई ये पाबंदियां 

- निर्माण और विकास के कामों पर दिल्ली-एनसीआर में रोक रहेगी. जैसे हाईवे, सड़कें, फ्लाईओवर, ओवर ब्रिज, पावर ट्रांसमिशन, पाइपलाइन्स आदि का काम नहीं होगा. 

- दिल्ली में जरूरी सामानों के अलावा डीजल ट्रकों की एंट्री पर रोक, सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रक चल सकेंगे.

- दिल्ली में मीडियम और बड़ी गाड़ियां नहीं चल सकेंगी. इसके साथ ही सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति करने वाली गाड़ियों का आवागमन में छूट रहेगी

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- दिल्ली और राजधानी से लगते शहरों में BS-4 की डीजल गाड़ियों पर रोक रहेगी

- जो इंडस्ट्री क्लीन फ्यूल पर नहीं चल रही हैं, उन पर रोक लगा दी गई है. इसमें इमरजेंसी इंडस्ट्री जैसे दूध, डेयरी, दवाइयों व मेडिकल सामानों को छूट रहेगी

- हाईवे, सड़कों, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमिशन और पाइपलाइन जैसे बड़े प्रोजक्ट के निर्माण पर भी रोक

- सरकारी और प्राइवेट ऑफिस में 50 प्रतिशत स्टाफ वर्क फ्रॉम होम रहेंगे (हालांकि यह राज्य सरकार पर निर्भर है)

- राज्य सरकार स्कूलों, कॉलेजों, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, गाड़ियों को ऑड-ईवन के आधार पर चलाने का फैसला कर सकते हैं. 

नोएडा में ऑनलाइन मोड पर चलेंगी कक्षाएं

- नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सभी स्कूलों में 1 से 8वीं तक क्लासेज 8 नवंबर तक ऑनलाइन आधार पर चलाई जाएंगी. 

- गौतम बौद्ध नगर के जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) धर्मवीर सिंह द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 9 से 12वीं तक छात्रों की कक्षाएं भी ऑनलाइन चलाई जाएं. 

- आदेश में कहा गया है कि सभी स्कूलों में खेल या मीटिंग जैसी एक्टिविटी पूरी तरह से बंद रहेंगी.

ये 'हवा' किन लोगों के लिए है खतरनाक?

प्रदूषण की निगरानी करने वाली सरकारी एजेंसी के अनुसार वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 से अधिक होने पर 'गंभीर' श्रेणी में शामिल किया जाता है. यह "स्वस्थ लोगों को प्रभावित करता है, इसके साथ ही जो लोग बीमार हैं, उनके लिए यह बेहद खतरनाक है. प्रदूषण बढ़ने की वजह से दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम के लोग बेहाल हैं. मसलन अब घर से बाहर निकलने पर दम घुटने लगा है. लोगों को सांस लेने में बहुत दिक्कत हो रही है. प्रदूषण के डर से लोग अपने बच्चे को भी स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं वहीं गुरुग्राम की साइबर सिटी की आबो-हवा जहरीली होती जा रही है.

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