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ईडी से बोला अकाउंटेंट- PFI के शाहीन बाग दफ्तर में रखा गया था बेहिसाब पैसा

इससे पहले ईडी की जांच में यह पाया गया था कि पीएफआई और उसके सहयोगियों से जुड़े 73 बैंक खातों में 120 करोड़ रुपये आए थे. ईडी ने पाया कि पीएफआई को कैश में करोड़ों रुपये मिले थे, जिसमें तीन विदेशी संस्थाओं के माध्यम से 50 लाख रुपये का विदेशी योगदान शामिल है.

अकाउंटेंट ने किए अहम खुलासे अकाउंटेंट ने किए अहम खुलासे
मुनीष पांडे
  • नई दिल्ली,
  • 04 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 4:38 PM IST
  • गुरुवार को ईडी ने 9 राज्यों में की थी छापेमारी
  • दिल्ली और यूपी दंगों में भी आया था पीएफआई का नाम

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के अकाउंट ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने सनसनीखेज खुलासे किए हैं. सूत्रों के मुताबिक, अकाउंटेंट ने ईडी को कथित तौर पर बताया कि संगठन के शाहीन बाग स्थित ऑफिस में बेहिसाब कैश रखा गया था. बयान में अकाउंटेंट ने कथित तौर पर ईडी को बताया दिल्ली के एक पीएफआई सदस्य की मदद से बेहिसाब पैसा कर्नाटक और केरल से लाया गया था.

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पीएफआई और उसके सदस्यों के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों के मद्देनजर गुरुवार को ईडी ने देश के 9 राज्यों- केरल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, दिल्ली और महाराष्ट्र की 26 जगहों पर छापेमारी की थी. ईडी ने शाहीन बाग स्थित पीएफआई के दफ्तर पर भी रेड डाली थी. 

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इससे पहले ईडी की जांच में यह पाया गया था कि पीएफआई और उसके सहयोगियों से जुड़े 73 बैंक खातों में 120 करोड़ रुपये आए थे. ईडी ने पाया कि पीएफआई को कैश में करोड़ों रुपये मिले थे, जिसमें तीन विदेशी संस्थाओं के माध्यम से 50 लाख रुपये का विदेशी योगदान शामिल है.

जांच के शुरुआती चरण में ईडी ने बताया, 'पीएफआई और रेहाब इंडिया फाउंडेशन से जुड़े कई लोगों के बयान अब तक रिकॉर्ड किए जा चुके हैं. उनमें से कोई भी फंड का सटीक स्रोत नहीं बता पाया.' ईडी पीएफआई के कथित मनी लॉन्ड्रिंग के साथ-साथ नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हुए दंगों और हाथरस में दंगे की कथित साजिश रचने की जांच कर रही है.

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