
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र नजीब अहमद के कैंपस से गायब हो जाने के 6 दिन बाद वाइस चांसलर और दूसरे प्रशासनिक अधिकारियों को बंधक बनाए जाने के मामले में जेएनयू प्रशासन ने 20 छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
जिन छात्रों को शोकॉज नोटिस दिया गया है उनमें पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार, देशद्रोह के मामले में आरोपी उमर खालिद और जेएनयूएसयू के अध्यक्ष मोहित कुमार पांडे शामिल हैं. इस मामले की जांच के लिए जेएनयू प्रशासन ने एक इन्क्वायरी कमिटी का गठन किया है.
जेएनयू प्रशासन के मुताबिक 19-20 अक्टूबर को जेएनयू के कई छात्रों ने वीसी एम जगदीश, रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार समेत कई सीनियर अधिकारियों को गैर-कानूनी तरीके से बंधक बना लिया था. जबकि जेएनयू प्रशासन नजीब अहमद के मसले पर सभी जरुरी कदम उठा रहा था. करीब 20 घंटे से ज्यादा वीसी और दूसरे अधिकारियों को एडमिन ब्लॉक पर ही रात गुजारनी पड़ी थी. लिहाज़ा जेएनयू प्रशासन ने जेएनयू सिक्योरिटी के रिपोर्ट के आधार पर 20 छात्रों को शोकॉज नोटिस जारी कर 7 दिसम्बर को जांच समिति के सामने पेश होने को कहा है.
14 अक्टूबर को नजीब और कुछ छात्रों में झगड़ा हुआ था. आरोप के मुताबिक एबीवीपी के छात्रों ने कुछ बाहरी लोगों के साथ मिलकर नजीब के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी. आरोप है कि उसी के बाद से छात्र नजीब गायब है. हालांकि एबीवीपी इन आरोपों से इनकार कर रही है. एबीवीपी के छात्रों के मुताबिक वामपंथी छात्र इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं.
जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद की मां फातिमा नफीस ने सभी ओर से निराश होकर अब हाईकोर्ट की शरण ली है. याचिका में नजीब की मां ने नजीब का पता लगाने के लिए उचित निर्देश देने और नजीब से मारपीट करने वाले एबीवीपी से संबंधित छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.