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'भगदड़ में मेरी मां की मौत हो गई...' दिल्ली स्टेशन पर बिहार जाने के लिए पहुंचा था, यात्री ने बयां किया हादसे का दर्द

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में कई परिवार बिखर गए. बिहार जाने के लिए स्टेशन पहुंचे एक यात्री ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि भगदड़ में मेरी मां की मौत हो गई. भीड़ का ऐसा सैलाब उमड़ा कि लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए. अफरा-तफरी के बीच अपनों से बिछड़ने का दर्द हर किसी के चेहरे पर साफ झलक रहा था.

स्टेशन पर इस तरह उमड़ी थी भीड़. (Photo: AI) स्टेशन पर इस तरह उमड़ी थी भीड़. (Photo: AI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 9:33 AM IST

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रात में मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि वे घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज खंगालेंगे, ताकि पता चल सके कि अफरा-तफरी मचने से पहले क्या हुआ था. अधिकारियों ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात मची भगदड़ में एक दर्जन से अधिक लोग घायल भी हुए हैं. भगदड़ से पहले प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में सवार होने के लिए स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी थी.

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एजेंसी के अनुसार, पीड़ितों में से एक ने बताया कि भगदड़ में उसकी मां की मौत हो गई. उसने कहा कि हम एक ग्रुप में बिहार के छपरा में अपने घर जा रहे थे, लेकिन मेरी मां की अफरा-तफरी में मौत हो गई. लोग एक-दूसरे को धक्का दे रहे थे. डॉक्टर ने हमें पुष्टि की है कि मेरी मां की मौत हो गई है. मृतक के परिवार की एक अन्य सदस्य महिला शोक में बेहोश हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्टेशन पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मची और कई लोग दम घुटने के कारण बेहोश हो गए.

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यात्रियों में से एक धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि मैं प्रयागराज जा रहा था, लेकिन कई ट्रेनें देरी से चल रही थीं या रद्द कर दी गई थीं. स्टेशन पर बहुत भीड़ थी. मेरे सामने छह या सात महिलाओं को स्ट्रेचर पर ले जाया गया. वहीं एक अन्य यात्री प्रमोद चौरसिया ने कहा कि मेरे पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के लिए स्लीपर-क्लास का टिकट था, लेकिन कन्फर्म टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए. मेरे एक दोस्त और एक महिला यात्री भीड़ में फंस गए. बहुत धक्का-मुक्की हुई. हम अपने बच्चों के साथ बाहर आ गए और इंतजार करने लगे.

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आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, प्लेटफॉर्म बदलने की गलत घोषणा से भ्रम की स्थिति पैदा हुई होगी, जिसके कारण भगदड़ मची. एलएनजेपी अस्पताल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात करने का आदेश दिया गया है. 

पुलिस उपायुक्त (रेलवे) ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि जब प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन अपने प्रस्थान के लिए प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर इंतजार कर रही थी, तब वहां पहले से ही काफी भीड़ थी. अधिकारी ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस देरी से चल रही थीं और इन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर मौजूद थे.

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दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने बताया कि मध्य दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में 15 लोगों को मृत लाया गया था. मृतकों में 14 महिलाएं थीं. कुल हताहतों में से पांच नाबालिग थे - जिनमें से दो की उम्र 10 से कम थी. आतिशी ने बताया कि करीब 15 लोग घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है.

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) हिमांशु उपाध्याय ने शुरू में बताया कि यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया, जिससे उनमें से कुछ घायल हो गए. उन्होंने बताया कि उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया. सीएमआई के अनुसार, रेलवे द्वारा हर घंटे 1,500 सामान्य टिकट बेचे जा रहे थे, जिसके कारण स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई और स्थिति बेकाबू हो गई.

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