
देश की राजधानी दिल्ली में ज्वेलरी शोरूम में हुई सबसे बड़ी चोरी का मास्टरमाइंड लोकेश शुक्रवार को छत्तीसगढ़ में पुलिस के हत्थे चढ़ गया. दिल्ली पुलिस की नींद उड़ाने वाले इस शातिर को लेकर अब नए-नए खुलासे हो रहे हैं.
ज्वेलरी शोरूम में 25 करोड़ के गहने चुराने वाला मास्टरमाइंड लोकेश ने इस वारदात के बाद दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा दी थी. उसके पकड़े जाने के बाद पुलिस को पता चला है कि शातिर लोकेश छत्तीसगढ़ में चोरी की एक वारदात में पुलिस से बचने के लिए घूमते-घूमते दिल्ली पहुंचा था. उसके शैतानी दिमाग की प्लानिंग को समझने के लिए आपको दिल्ली से 1100 किमी दूर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जाना होगा.
सैलून चलाता था लोकेश
पुलिस सूत्रों की माने तो लोकेश श्रीवास जो की कभी बिलासपुर में सैलून चलाता था, और खुद लोगों के बाल काटता था वो हमेशा मुस्कुरा कर लोगों से मिलता था, किसी को इस बात की भनक तक नहीं था कि नाई का काम करने वाले लोकेश के शैतानी दिमाग में चोरी की पूरी प्लानिंग चल रही थी.
सैलून चलाते हुए लोकेश ने अपना एक नया धंधा शुरू किया. वो धंधा था ज्वेलरी की दुकानों में चोरी का जिससे वो कम समय में ज्यादा पैसे कमा सके. लोकेश ने सिर्फ ज्वेलरी शोरूम को अपना शिकार बनाने का फैसला किया. लोकेश के इस नए धंधे के बारे में किसी को उस वक्त भनक तक नहीं लगी जब तक कि वो पकड़ा नहीं गया. जानकारी के मुताबिक लोकेश श्रीवास के खिलाफ चोरी के 14 मामले दर्ज हैं, जिनमें से 7 सिर्फ बिलासपुर में दर्ज हैं.
हर बार चोरी में नए लोगों को शामिल करता था लोकेश
लोकेश श्रीवास दो बार जेल भी जा चुका है. एक बार 2017 में और फिर 2022 में. लोकेश ने चोरी के लिए न तो कभी कोई गैंग बनाया और न ही कभी किसी गैंग में शामिल हुआ. वो जब भी चोरी का प्लान तैयार करता था तो उस वक्त कुछ लोगों को इससे जोड़ लेता था. इसने जितनी बार भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया हर बार नए शख्स को जोड़ा ताकि उसके क्राइम कुंडली के बारे में किसी को खबर ना लगे.
दिल्ली ज्वेलरी शोरूम चोरी मामले में पुलिस को इस बात की जानकारी मिल चुकी है की लोकेश ने इस बार भी दो नए लोगों को अपने साथ जोड़ा था. वो कौन है, कहां छिपे हैं, पुलिस उनकी तलाश में है.
लोकेश ने ऐसे दिया दिल्ली में सबसे बड़ी चोरी को अंजाम
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लोकेश जब बिलासपुर पुलिस से भागते-भागते दिल्ली आया तो वो एक दिन भोगल बाजार गया था. वहां इसने जितनी भी ज्वेलरी शोरूम है सबकी रेकी की और फिर सबसे बड़े शोरूम को चुना.
लोकेश ने देखा की शोरूम में छत के रास्ते अंदर घुसा जा सकता है. इसके बाद इसने सेंधमारी से जुड़े तमाम औजार जुटाए और फिर पता किया कि किस दिन ये बाजार बंद होता है. जब उसे पता लगा की बाजार सोमवार को बंद होता है तो इसने रविवार की रात को अंदर जाने का प्लान बनाया.
लोकेश के मददगार को ढूंढ रही पुलिस
प्लान के मुताबिक लोकेश श्रीवास बगल की बिल्डिंग से रविवार की रात तकरीबन 11 बजे शोरूम में दाखिल हुआ. फिर वो सोमवार की शाम करीब 7 बजे जिस रास्ते गया था उसी रास्ते वापस लौट गया. शोरूम में लोकेश करीब 20 घंटे रुका, वो अपने साथ खाने पीने का सामान साथ लेकर चलता था. उसने अंदर खाया पिया और लॉकर की दीवार तोड़ कर जब थक गया तो अंदर ही कुछ देर सो भी गया था. फिलहाल पुलिस उस शख्स की तलाश में है जिसमें लोकेश की इस चोरी में मदद की है.