
आपका चोरी किया गया फोन आपको कंगाल कर सकता है. जी हां दिल्ली पुलिस ने जब दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया तो खुलासा हुआ है. दरअसल, दिल्ली पुलिस ने एक खतरनाक यूपीआई हाईजैक गैंग का पर्दाफाश किया है, जो चोरी हुए मोबाइल फोन से लोगों के बैंक अकाउंट खाली कर देता था. पुलिस ने गगन (25) और उसके साथी को गिरफ्तार किया, जो सिर्फ उन्हीं चोरी हुए मोबाइलों को खरीदते थे, जिनमें यूपीआई वॉलेट और बैंकिंग ऐप एक्टिव होते थे.
कैसे होती थी ठगी?
पुलिस के मुताबिक, आरोपी गगन बीटेक ड्रॉपआउट है. वही चोरी के फोन को टेक्निकल स्किल से रिसेट कर डेटा रिकवर कर लेता था. फिर यूपीआई और बैंकिंग ऐप के जरिए अकाउंट से पूरा पैसा निकाल लिया जाता था. पीड़ितों को तब पता चलता जब उनका बैंक बैलेंस शून्य हो चुका होता था.
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20 लाख की साइबर लूट से खुला मामला
दिल्ली पुलिस को एक शख्स ने शिकायत दी कि उसका फोन चोरी होने के बाद 20 लाख रुपये अकाउंट से गायब हो गए. पुलिस ने इंस्पेक्टर रमन कुमार की अगुवाई में एक टीम बनाकर मनी ट्रांजैक्शन और मनी ट्रेल से के जरिए पुलिस ने सबसे पहले आरोपियों की पहचान की. इसके बाद उन्हें दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार कर लिया.
100 से ज्यादा यूपीआई हाईजैक केस में शामिल
पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि गैंग अब तक 100 से ज्यादा साइबर ठगी मामलों में शामिल रहा है. इस्तेमाल के बाद ये मोबाइल या तो फेंक दिए जाते या बेहद सस्ते में बेच दिए जाते थे. जांच के दौरान यह भी पता चला कि ये आरोपी कम से कम 100 यूपीआई हाईजैक मामलों में शामिल हैं. पुलिस गैंग से जुड़े अन्य बदमाशों की तलाश कर रही है.