Advertisement

दिल्ली में आवारा पशुओं के लिए जगह नहीं, MCD ने सरकार से मांगी जमीन

नॉर्थ एमसीडी के नेता तिलकराज कटारिया ने मांग की है कि अवारा पशुओं को पकड़ने के लिए ट्रकों और स्टाफ के लिए एमसीडी को दिल्ली सरकार अलग से राशि उपलब्ध करा

दिल्ली में आवारा पशु (Getty Images) दिल्ली में आवारा पशु (Getty Images)
रवीश पाल सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 14 मई 2018,
  • अपडेटेड 11:29 PM IST

क्या दिल्ली में आवारा पशुओं को रखने के लिए अब जगह कम पड़नी शुरू हो गयी है? ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि अब एमसीडी नेता सरकार से आवारा पशुओं को रखने के लिए अतिरिक्त ज़मीन की मांग कर रहे हैं.

नॉर्थ एमसीडी में स्थायी समिति अध्यक्ष तिलकराज कटारिया ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से मांग की है कि वो दिल्ली विकास प्राधिकरण के ज़रिए आवरा पशुओं को रखने के लिए जमीन उपलब्ध कराएं ताकि नयी गोशाला बनाने के लिए इच्छुक गैर सरकारी संस्थाओं को भूमि आवंटन की जा सके और आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या को नई गोशालाओं में भेजकर सड़कों पर इनसे होने वाली समस्या पर काबू पाया जा सके.

Advertisement

इसके अलावा तिलकराज कटारिया ने मांग की है कि अवारा पशुओं को पकड़ने के लिए ट्रकों और स्टाफ के लिए एमसीडी को दिल्ली सरकार अलग से राशि उपलब्ध कराए.

कटारिया ने कहा कि वर्तमान गोशालाएं इन दिनों जगह की कमी के चलते अवारा पशुओं को लेने से इंकार कर रहीं हैं. इस कारण बीमार, बूढ़ी, दूध न देने वाली और अपंग गायों की सड़क पर संख्या तेजी से बढ़ रही है . कटारिया ने कहा कि गोशालाओं द्वारा अवारा पशुओं को ना लेने के कारण बीते महीने यानी अप्रैल से एमसीडी अवारा पशुओं को पकड़ने के अभियान को पूरी तरह से चला नहीं पा रही है जबकि नार्थ एमसीडी पिछले 2 सालों से लगभग 4500 अवारा पशुओं को हर साल पकड़ रही थी.

कटारिया ने दिल्ली सरकार से भी गायों के लिए विशेष शेल्टर बनाने की अपील की है जहां पशुओं के लिए चारे और वेटेनरी डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध हो. इसके अलावा एमसीडी ने गोपालकों से भी अपील की है कि वो अपनी गाय और अन्य आवारा पशुओं को सड़को पर ना छोड़े क्योंकि इससे दुर्घटनाएं होने की आशंका रहती है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement