
देश की राजधानी दिल्ली में डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी की बैठक हुई. इस बैठक में कोरोना के मद्देनजर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में अधिक संख्या में यात्रियों के सफर करने को लेकर या कोरोना नियमों में किसी भी तरह की छूट देने को लेकर निर्णय नहीं हो पाया है.
दिल्ली में सोमवार को कोरोना के 128 नए मामले दर्ज हुए हैं, एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 1041 हो गयी है. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में एक मौत हुई है, जबकि 157 मरीज ठीक भी हुए हैं.
बता दें कि दिल्ली में फिलहाल बसों में मौजूद सीट पर बैठकर ही सफर करने की अनुमति है. साथ ही कोरोना संक्रमण की वजह से बसों में खड़े होकर सफर करने अनुमति नहीं दी गयी है.
वहीं दिल्ली मेट्रो में हर एक सीट को छोड़कर बैठने की अनुमति है. DDMA मीटिंग के बाद उप राज्यपाल अनिल बैजल ने ट्वीट कर बताया कि कोरोना को काबू में रखने के लिए मीटिंग में एक्सपर्ट्स ने क्लस्टर आधारित सर्विलांस, टेस्टिंग और जीनोम सिक्वेंसिंग का इस्तेमाल और कोविड गाइडलाइन्स के अनुकूल व्यवहार पर जोर दिया.
इसके साथ ही RT-PCR टेस्ट की मौजूदा दर को बरकरार रखने की भी सलाह दी, ताकि संक्रमण के दोबारा तेजी से फैलने की संभावना को कम किया जा सके.
महाराष्ट्र और केरल जैसे राज्यों से देशभर के 74% कोरोना के मामले दर्ज हो रहे हैं. ऐसी स्थिति में एहतियात के तौर पर दिल्ली में यात्रियों को अभी तय सीमा के साथ ही बस और मेट्रो में सफर करना होगा.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में रोजना 50 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं. डीडीएमए की मीटिंग में रोज होने वाले कोरोना टेस्ट की बढ़ी हुई संख्या को बरकरार रखने पर जोर दिया गया है. इसके अलावा दिल्ली में कोरोना नियमों को न मानने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई में कोई छूट नहीं दी गयी है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने और मास्क न पहनने वालों के खिलाफ अगले कुछ सप्ताह सख्ती जारी रहेगी.