
पूर्वी दिल्ली में 11 अक्टूबर से चल रही सफ़ाई कर्मचारियों की हड़ताल आखिरकार खत्म हो गई. बुधवार को हड़ताल के 15 वें दिन पूर्वी निगम के कर्मचारियों की मांगें पूरी होने पर काम बंद हड़ताल समाप्ति की घोषणा की गई.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम मुख्यालय में आयोजित निगम द्वारा बुलाई गई बैठक में स्थाई समिति अध्यक्ष प्रवेश शर्मा, कमिश्नर रणबीर सिंह, और निगम के उच्चाधिकारियों के साथ एमसीडी स्वच्छता कर्मचारी यूनियन की विशेष बैठक रखी गयी थी, जिसमें यूनियन द्वारा रखी गई प्रमुख मांगों को निगम द्वारा मानने के उपरांत यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संजय गहलोत ने 11 अक्टूबर से चल रही निगम कर्मचारियों की काम बंद हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की.
मीटिंग के दौरान यूनियन द्वारा जो मांगें रखी गई थीं, उनमें मुख्य रूप से साल 2017 तक के सभी सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा, यूनियन के चुनाव जल्द कराए जाएंगे. नॉर्थ एमसीडी द्वारा बनाई गई कमेटी में एमसीडी स्वच्छता कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधि को शामिल किया जाएगा और साल 2006 से हटाए गए कर्मचारियों को फिर से ड्यूटी पर बहाल किया जाएगा.
यूनियन के अध्यक्ष संजय गहलोत ने बताया कि EDMCD कमिश्नर द्वारा सभी जायज़ मांगों को मान लिया गया है, वहीं दिल्ली हाईकोर्ट में दिल्ली सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए कोर्ट से दरख्वास्त की है निगम को बकाया देने हेतु दिल्ली वित्त आयोग की जो बैठक हुई है, उसकी समीक्षा के उपरांत एक सप्ताह के भीतर कोर्ट को बताया जाएगा, जिसमें कोर्ट ने आगामी सुनवाई की तारीख 3 नवंबर दी है.
संजय गहलोत के मुताबिक फंड के अलावा लगभग सभी मांगों को मान लिया गया है, लिहाजा, जनता के स्वास्थ्य को देखते हुए हड़ताल वापस ली जाती है. हालांकि यूनियन ने साफ कर दिया है कि एरियर मिलने तक निगम मुख्यालय पर 286 दिनों से चल रहा अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा.