
गुजरात के सूरत में एक कोचिंग सेंटर में हुए अग्निकांड में 20 से ज्यादा बच्चों की जान जाने के बाद राजधानी दिल्ली में गैर कानूनी तरीके से सुरक्षा को ताक पर रखकर चलाए जा रहे कोचिंग को लेकर केजरीवाल सरकार और एमसीडी एक्शन मोड में है. सूरत जैसी स्थिति से बचने के लिए केजरीवाल सरकार और MCD ने ऐसे कोचिंग मालिकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया जो बिना सुरक्षा मानकों के दिल्ली में अपनी कोचिंग क्साल चला रहे हैं.
दिल्ली सरकार ने एक आर्डर पास कर दिल्ली फायर सर्विस समेत तमाम विभागों को आदेश दिया है कि जिस बिल्डिंग में कानून को ताक पर रखकर इस तरह कोचिंग संस्थान चलाए जा रहे हैं उन बिल्डिंग को चयनित किया जाए और वहां जांच की जाए. अगर जांच में कोचिंग संस्थान सुरक्षा के मानकों पर खरे नहीं उतरते हैं तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए.
फायर विभाग की टीम ने दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में कोचिंग सेंटर में जाकर जांच पड़ताल की. चार मंजिला इमारत की तीसरी मंजिल पर बने इस कोचिंग सेंटर में एक साथ करीब 800 स्टूडेंट पढ़ सकते है. ऐसे में किसी हादसे से निपटने की कितनी तैयारी है इसका जांच टीम ने जायजा लिया. लोहे की सीढ़ियों से होते हुए जब फायर की टीम पहुची तो उन्हें वहां कई तरह की खामियां मिलीं.
मसलन कोचिंग में जाने और आने का एक ही रास्ता मिला जो काफी संकरा था. आग बुझाने वाला यंत्र भी कबाड़ की तरफ फेंका हुआ मिला जो ठीक से काम तक नहीं कर रहा था.
फायर विभाग के मुताबिक दिल्ली में चार टीमें बनाई गई है जो दिल्ली के तमाम इलाकों में चल रहे कोचिंग सेन्टर का निरीक्षण करेंगी और खामियां पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्यवाई की जाएगी.
वहीं दूसरी तरह पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने भी सूरत कांड से सीख लेते हुए गंभीरता दिखाई है और 37 कोचिंग सेंटर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. कई कोचिंग सेंटर एमसीडी की जांच के दायरे में हैं और अभी तक 10 कोचिंग सेंटर को सही पाया गया है जबकि 27 कोचिंग सेंटर जांच अधिकारियों के रडार पर हैं.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम की ये जांच आग से सुरक्षा को लेकर किए गए इंतजाम पर है. इसी क्रम में MCD की टीम ने लक्ष्मी नगर और आसपास संचालित होने वाले ऐसे 37 कोचिंग संस्थानों में आग से सुरक्षा इंतजाम को लेकर जांच कर रही है.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के प्रवक्ता योगेन्द्र सिंह मान ने बताया, फिलहाल सभी कोचिंग सेंटर की जांच हो रही है जिसके बाद ये पता चल सकेगा कि कौन से कोचिंग सेंटर नियम कानून को ताक पर रखकर चला रहा है. फिलहाल जांच में 10 कोचिंग सेंटर सही पाया गया है जबकि 27 कोचिंग सेंटर की जांच की का रही है.