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आम आदमी पार्टी की ओर से राज्यसभा के लिए सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से दिल्ली की राजनीति में तूफान आया हुआ है. पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को इस मुद्दे पर विरोधियों के साथ साथ अपनों की आलोचना भी सहनी पड़ रही है. बता दें कि आम आदमी पार्टी ने अपने संस्थापक सदस्य और वरिष्ठ नेता संजय सिंह को भी राज्यसभा का टिकट देने का एलान किया है. टिकट की दौड़ में पहले पार्टी नेता और पूर्व पत्रकार आशुतोष का नाम भी बताया जा रहा था. दिल्ली में विधायकों के संख्या बल के आधार पर आम आदमी पार्टी तीन लोगों को ही राज्यसभा में भेजने की स्थिति में है.
संजय सिंह ने कहा कि किसी भी चुनाव में जब पार्टी टिकट देती है तो ऐसे बहुत सारे सवाल खड़े होते हैं. संजय सिंह ने साथ ही उम्मीद जताई कि समय के साथ चीजें ठीक हो जाएंगी.
सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता पर क्या बोले संजय सिंह?
राज्यसभा के लिए सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को टिकट दिए जाने पर संजय सिंह ने कहा, “ये जो दो गुप्ताओं वाली बात है इसको मैं क्लियर कर दूं कई दिन से जो चर्चा चल रही है. दिल्ली विधानसभा की कई सीटों पर अलग-अलग परंपरागत सीटें दूसरी जातियों की थी, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने उसकी परवाह न करते हुए दूसरे लोगों को टिकट दिया.
हमारी मंशा साफ थी कि देश के अलग-अलग क्षेत्रों में ख्याति प्राप्ता लोगों को राज्यसभा में जाना चाहिए. और उस समय न संजय सिंह ने विरोध किया, ना आशुतोष ने विरोध किया और ना कुमार विश्वास ने विरोध किया. ना ही किसी ने कोई सवाल उठाया.
इसी उद्देश्य से 18 लोगों की हमने खोज की, जिनमें आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के अलावा कई काबिल लोग थे. लेकिन उन लोगों ने जब मना कर दिया तो हमने दूसरे नाम खोजे.
हम पार्टी के भीतर के लोगों को ही राज्यसभा भेजने के लिए आमादा नहीं थे. एक नई परिस्थिति बनने के कारण ही यह निर्णय सामने आया. वरना हम भी कहां राज्यसभा जाने के लिए लालाइत थे. ना ही चर्चा में थे.”
संजय सिंह ने कहा कि कुमार विश्वास जिन विषयों की बात कर रहे हैं, उन्हें लेकर उनसे पहले बातचीत हुई थी. उस दौर में उन्होंने जो सवाल खड़े किए थे, जिसके कारण कुछ असहमति थी, वो दौर तो हम पार कर चुके. उसके बाद कुमार विश्वास एक नई जिम्मेदारी के साथ आगे भी बढ़े.
संजय सिंह को टिकट मिलने पर क्या बोले आशुतोष
संजय सिंह को राज्यसभा टिकट मिलने पर आशुतोष ने खुशी का इजहार किया. आशुतोष ने कहा, “आज खुशी का मौका है और मुझे लगता है इस पार्टी में ऐसा कोई नहीं है जिसने संजय सिंह से ज्यादा पार्टी के लिए मेहनत की है. पिछले 7 साल से अपना घर छोड़कर, कई कई दिन परिवार से अलग रह कर ना दिन देखा, ना रात. जहां के लिए पार्टी का आदेश हुआ, वहीं रवाना. कभी पार्टी में चुटकुला हो गया था कि Google भी संजय सिंह को खोज नहीं पाता कि ये कहां रहते हैं? पार्टी ने अपने कार्यकर्ता को इतनी इज्जत बख्शी है. यह खुशी का वक्त है और हम सब को इसे सेलिब्रेट करना चाहिए.”
मैं चाहता तो पहले चुनाव लड़ सकता था : संजय सिंह
संजय सिंह ने कहा उन्हें ऐसी बातों से आपत्ति है कि आशुतोष जी का टिकट कट गया है या किसी को टिकट मिल गया है. ऐसा कुछ नहीं है. संजय सिंह ने कहा, “2013 के बाद कई चुनाव हुए और हमने पार्टी के लिए काम किया. 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव पर अगर आ जाएं तो चाहते तो चुनाव लड़ सकते थे. मैं भी चाहता तो चुनाव लड़ सकता था. 2017 में कहा गया कि मैं पंजाब का चुनाव लड़ने आया हूं लेकिन मैंने कहा कि मैं सरपंची का चुनाव भी नहीं लड़ूंगा. पार्टी के अंदर जो जो जिम्मेदारियां दी गईं, हमने उसे बखूबी निभाया.”
आशुतोष की तुलना किसी से नहीं : संजय सिंह
संजय सिंह ने आशुतोष के कामकाज, मेहनत और ईमानदारी की प्रशंसा करते हुए कहा, जिस ऊंचाई पर ये थे उसकी तुलना किसी चीज से मत करिए. 7 लाख रुपए की नौकरी छोड़कर इन्होंने पार्टी के लिए दिन रात जिस तरह काम किया उसकी कोई बराबरी नहीं की जा सकती.
जो मैंने कहना था, पार्टी फोरम पर कह दिया : आशुतोष
आशुतोष ने साफ किया कि उन्हें जो बात रखनी थी वो उन्होंने पार्टी फोरम पर रख दी है. बाहर कुछ कहना उचित नहीं है. आशुतोष ने टिकट देने के पीछे पैसों के लेनदेन के आरोपों को बकवास बताया. आशुतोष ने कहा कि ऐसी अफवाहें फैलाने की वे निंदा करते हैं.
संजय सिंह ने भी पैसे के लेनदेन के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी पर ऐसे आरोप पहले भी लग चुके हैं. संजय सिंह के मुताबिक एक बार खुद उन पर भी ऐसा आरोप लगा था तब उन्होंने कहा था कि एक भी सबूत ले आओ, वे जीवन भर के लिए राजनीति से संन्यास ले लेंगे.