
दिल्ली चलो मार्च के बीच किसानों ने 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है. इसको लेकर दिल्ली में व्यापारियों और उद्यमियों के शीर्ष संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने ऐलान किया है कि दिल्ली में भारत बंद का कोई असर नहीं होगा.
CTI चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि दिल्ली में 700 बाजार और 56 इंडस्ट्रियल एरिया हैं. पिछले 2 दिनों से सीटीआई अलग-अलग बाजारों के एसोसिएशन्स से इस विषय पर चर्चा कर रहा था और सभी मार्केट एसोसिएशन्स ने कहा कि ना ही किसी ने बाजारों को बंद करने को लेकर समर्थन मांगा है और ना ही बाजारों और दुकानों को बंद करने का कोई औचित्य है, इसलिए 16 फरवरी को दिल्ली के सभी 700 बाजार पूरी तरह से खुले रहेंगे और 56 इंडस्ट्रियल एरिया में तमाम फैक्ट्रियां भी खुली रहेंगी.
बृजेश गोयल ने कहा कि दिल्ली के बॉर्डर पर बैरिकेडिंग और जाम की वजह से गाड़ियों के पहिए रुक गए हैं, जिसके कारण माल की आवाजाही प्रभावित हो रही है. अगर ये आंदोलन लंबे समय तक चला तो दूध, सब्जी, फल आदि आम जरूरत की सप्लाई पर भी असर पड़ेगा. इसलिए सीटीआई की केन्द्र सरकार से अपील है कि इस मुद्दे का जल्द से जल्द समाधान निकाला जाए.
बता दें कि पंजाब-हरियाणा के किसान अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर आंदोलन कर रहे हैं. इसके चलते दिल्ली से सटे सभी बॉर्डर पर सख्त पहरा है. वहीं पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. इसके चलते आम लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.