
सीलिंग के विरोध में व्यापारियों का प्रदर्शन लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा. दिल्ली के अलग-अलग कोनों से आए कारोबारियों ने राजघाट पर बापू की समाधि पर प्रार्थना की. इस दौरान 'रघुपति राघव राजाराम, एमसीडी को सन्मति दे भगवान' गीत गाते हुए सरकार से सील दुकानों के ताले तुरंत खोलने की अपील की गई.
रविवार की सुबह चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) से जुड़े तमाम व्यापारी राजघाट पहुंचे. सीटीआई के व्यापरियों ने दावा किया कि बंद के तीसरे दिन भी सरोजनी नगर, करोल बाग, चांदनी चौक, कश्मीरी गेट, सदर बाजार जैसे बड़े बाजारों में दुकानें बंद रहीं. छतरपुर से विरोध में शामिल होने राजघाट आए एक व्यापारी ने बापू बनकर प्रदर्शन किया.
व्यापारियों ने दी भूख हड़ताल की धमकी
चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के प्रमुख बृजेश गोयल ने गांधी स्मृति पर प्रार्थना के बाद एमसीडी और मोदी सरकार से सीलिंग रोकने की मांग की है. गोयल ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर 10 फरवरी तक कोई अध्यादेश या बिल लाकर सीलिंग की कार्रवाई को स्थाई रूप से नहीं रोका गया तो दिल्ली फिर से बंद की जाएगी और व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ-साथ भूख हड़ताल भी करेंगे.
व्यापारियों की प्रार्थना- सरकार को सन्मति दे भगवान
बापू की पहचान सफेद वस्त्र है, लेकिन छतरपुर के सलीम खान ने काले कपड़े पहने, चेहरे पर ऐनक और हाथ में लाठी लिए बापू की तरह मेकअप किया. सलीम ने खुद को बापू बताते हुए कहा, 'यह बेहद दुःख की घड़ी है. मैं हमेशा सफेद कपड़े पहनता हूं लेकिन आज काले कपड़े पहनने को मजबूर हूं. जिस तरह से व्यापारियों को सीलिंग, एफडीआई और जीएसटी ने परेशान किया है, ये देश की राजधानी में व्यापारियों की रीढ़ की हड्डी में छेद करने के बराबर है. भगवान से प्रार्थना करता हूं कि सरकार को सन्मति मिले.'
व्यापार ठप्प होने से करोड़ों का नुकसान
बंद की वजह से होने वाले नुकसान का जिक्र करते हुए ऑटोमोबाइल और मोटर पार्ट्स का व्यापार करने वाले विनय नारंग ने बताया कि कश्मीरी गेट में 25 हजार व्यापारी हैं, जिनके साथ लगभग डेढ़ लाख कर्मचारी काम करते हैं और व्यापार ठप्प होने की वजह से करोड़ों का नुकसान हो रहा है.
व्यापारियों को डर कहीं देश ना छोड़ना पड़े
करोल बाग के कपड़ा व्यापारी रमेश आहूजा ने बताया, 'सीलिंग के विरोध में व्यापार ठप्प होने से दुकानदार तड़प रहे हैं. अगर इस तरह के हालात रहें, तो देश छोड़कर बाहर जाना पड़ेगा. मोदी जी विनती है कि हमें व्यापार करने दें, न हम बांग्लादेश से हैं, न पाकिस्तान से, हम सड़क पर नहीं आना चाहते बल्कि शांतिपूर्वक व्यापार करना चाहते हैं. गांधी जी से प्रार्थना करने आए हैं कि सरकार को सद्बुद्धि दें.'
व्यापारियों ने एमसीडी से मांगा हिसाब
ज्वेलर्स ने भी सीलिंग के विरोध में राजघाट पर शांति प्रदर्शन किया. पिछले 2 साल से सबसे ज्यादा ज्वेलर्स को परेशानी हुई है. नोटबंदी से लेकर सीलिंग तक व्यापरियों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है. व्यापारियों ने कन्वर्जन चार्ज माफ करने के अलावा एमसीडी से अबतक वसूले गए कन्वर्जन राशि का हिसाब भी मांगा है.