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'कोई पूछे कब आऊं तो मतलब होता है...', Twitter पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा को केजरीवाल का जवाब

हिमंत बिस्वा ने शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल को टैग करते हुए एक के बाद एक ट्वीट कर असम के स्कूलों की तारीफ की. जिसके जवाब में शनिवार को केजरीवाल ने भी ट्वीट कर डाला. केजरीवाल के इस ट्वीट पर लोग जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

केजरीवाल और हिमंत बिस्वा केजरीवाल और हिमंत बिस्वा
अमित भारद्वाज
  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 2:16 PM IST

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और असम के सीएम हिमंत बिस्वा के बीच छिड़ा ट्विटर वॉर थमने का नाम नहीं ले रहा है. 24 अगस्त को शुरू हुआ ये सिलसिला आज भी उस समय देखने को मिला जब सीएम केजरीवाल ने हिमंत बिस्वा के एक ट्वीट पर पलटवार किया. केजरीवाल के इस ट्वीट पर लोग जमकर प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं. दरअसल, हिमंत बिस्वा ने शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल को टैग करते हुए एक के बाद एक ट्वीट कर असम के स्कूलों की तारीफ की. जिसके जवाब में शनिवार को केजरीवाल ने भी ट्वीट कर डाला.

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दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, "हमारे यहां कहावत है. कोई पूछे “मैं कब आऊं” और आप कहें 'कभी भी आ जाओ' इसका मतलब होता है 'कभी मत आओ'. मैंने आपसे पूछा 'आपके सरकारी स्कूल देखने कब आऊं' आपने बताया ही नहीं. बताइए कब आऊं, तभी आ जाऊंगा."

हिमंत बिस्वा के इस ट्वीट का दिया जवाब

उन्होंने उस ट्वीट के जवाब में ये कहा जिसमें हिमंत बिस्वा ने लिखा था, "जब आप असम में होंगे, जिसकी आप बहुत सख्त इच्छा रखते हैं, तो मैं आपको हमारे मेडिकल कॉलेजों में ले जाऊंगा, जो आपके मोहल्ला क्लिनिक से 1000 गुना बेहतर हैं. हमारे उज्ज्वल सरकारी स्कूल के शिक्षकों और छात्रों से भी मिलियेगा. और हां, आप देश को No 1 बनाने की चिंता छोड़ दें, वो मोदी जी कर रहे हैं."

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कैसे शुरू हुआ ट्विटर वॉर

बता दें कि दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच छिड़ा ये ट्विटर वॉर तब शुरू हुआ जब गुवाहाटी में सार्वजनिक क्षेत्र के 16 स्कूलों के बंद होने के बाद राज्य सरकार ने राज्य के 34 और स्कूलों को बंद करने का नोटिस जारी किया था. राज्य सरकार ने ऐसे 34 स्कूलों को नोटिस दिया है, जहां एक भी छात्र 2022 में हाईस्कूल लीविंग सर्टिफिकेट परीक्षा में पास नहीं हुआ. इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने आजतक की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि स्कूलों को बंद करना कोई समाधान नहीं है. हमें तो अभी पूरे देश में ढेरों नए स्कूल खोलने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि स्कूल बंद करने की बजाय स्कूल को सुधार कर पढ़ाई ठीक कीजिए.

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