
दिल्ली में एक बार फिर युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई. घटना 24 जून को हुई थी. दो युवकों ने सरेआम बीच सड़क युवक को चाकू से गोद दिया था. एम्स में इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई थी. जब युवक को चाकू से गोदा जा रहा था, तब किसी ने घटना का वीडियो बना लिया था. घटना सामने आने के बाद पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया था. सामने आया कि पुरानी दुश्मनी के चलते हत्याकांड को अंजाम दिया गया.
दरअसल, 24 जून की शाम दिल्ली कैंट थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि झरेरा गांव के बारात घर के पार दो लड़कों ने बीच सड़क एक युवक को चाकू से गोद दिया है. सूचना मिलते ही एसआई जगत सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे. तब पता चला था कि घायल युवक को उसके परिजन एम्स ट्रॉमा सेंटर ले गए हैं.
एम्स में हो गई थी युवक की मौत
दिल्ली कैंट पुलिस थाने के एसएचओ भी मौके पर पहुंचे थे. घटना स्थल पर फोरेंसिक और क्राइम टीम से निरीक्षण कराया गया था. मामले के जांच अधिकारी एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचे थे. पुलिस को जानकारी मिली थी कि घायल युवक 22 साल का आशीष उर्फ धनु पुत्र आनंद निवासी झरेरा गांव की मौत हो गई है.
घर से बुला ले गए थे बेटे को
पुलिस टीम ने उसके परिवार से मुलाकात की थी. पीड़ित पिता ने पुलिस को बताया था कि 24 जून की शाम लगभग 6 बजे विकास उर्फ फत्ती पुत्र विजय पाल और वंशु पुत्र संजय हमारे घर आए थे. यह दोनों भी झरेरा के ही रहने वाले हैं. घर आने के बाद दोनों ने बेटे आशीष को बाहर बुलाया था और फिर तीनों साथ चले गए थे. मुझे दोनों लड़कों की आपराधिक प्रवृत्ति के बारे में पता था तो मैं भी उनके पीछे-पीछे चल दिया था.
पीड़ित पिता के मुताबिक. शाम करीब साढ़े 6 बजे एपीएस रोड पर बारात घर के पास विकास और वंशु का बेटे आशीष के साथ झगड़ा हुआ. बाद में विकास बेटे को पकड़ लिया और वंशू ने आशीष पर चाकू से वार करना शुरू कर दिया.
बेटे पर हमला होता मैं उसे बचाने दौड़ा, लेकिन तब तक दोनों आरोपियों ने बेटे को बुरी तरह से घायल कर दिया था. मैंने उन्हें अन्य लोगों की मदद से पकड़ने की कोशिश की. मगर, दोनों आरोपी मौके से भाग निकले. मैं खून से लथपथ बेटे आशीष को इलाज के लिए एम्स ट्रॉमा सेंटर लेकर आया था, लेकिन यहां उसने दम तोड़ दिया.
देखें वीडियो...
25 जून को गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी
पुलिस ने पहले इस मामले में धारा 307, 34 में केस दर्ज किया था. फिर आशीष की मौत हो जाने के बाद धारा 302 भी जोड़ी गई. पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई थीं. पुलिस की टीमों छापेमार कार्रवाई करते हुए आरोपी विकास उर्फ नकुल उर्फ फैटी और वंशु को 25 जून को गिरफ्तार कर लिया.
पुरानी दुश्मनी में की थी आशीष की हत्या
मामले पर जानकारी देते हुए दिल्ली कैंट पुलिस थाना के एसएचओ ने बताया कि आरोपियों से हुई पूछताछ में सामने आया कि 23 जून को ही इन लोगों ने आशीष की हत्या की प्लानिंग कर ली थी. इन लोगों ने आशीष को शराब पीने के बहाने से घर से बाहर बुलाया था. इसके बाद बारात घर के पास आशीष की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी. दोनों ने कहा कि उनकी आशीष से पुरानी दुश्मनी चल रही थी.
नशे के आदी हैं दोनों आरोपी
पुलिस के मुताबिक, मृतक युवक आशीष उर्फ धनु डकैती के मामले में आरोपी रह चुका था. पुलिस ने आगे बताया कि
आरोपी विकास उर्फ फत्ती पुत्र विजय पाल की उम्र 25 साल है. वह झरेरा गांव का रहने वाला है. उसने 6वीं क्लास तक पढ़ाई की है और ई-रिक्शा चलाने का काम करता है. वह नशे का आदी है और आसानी से पैसा कमाने के लिए अपराध करता रहा है. वह पहले भी दो आपराधिक मामले में आरोपी रहा है. दूसरे आरोपी का नाम वंशु पुत्र संजऊ है. उसकी उम्र 23 साल और 9वीं कक्षा तक पढ़ा है. झरेरा में ही मीट की दुकान पर काम करता है. वह भी नशे का आदी है. वह पहले भी तीन आपराधिक मामलों में शामिल रहा है.