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ज्ञानवापी मामला: सुप्रीम कोर्ट पहुंची हिंदू सेना, मस्जिद कमेटी की याचिका खारिज करने की मांग

ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर हिंदू सेना ने खुद को पक्षकार बनाए जाने की मांग की है. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है. मस्जिद कमेटी की याचिका को खारिज करने की मांग भी की गई है.

कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ सर्वे कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ सर्वे
संजय शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 16 मई 2022,
  • अपडेटेड 6:28 AM IST
  • मस्जिद कमेटी पर जुर्माने की मांग
  • खुद को पक्षकार बनाए जाने की याचिका

ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम सोमवार को पूरा हो गया. सर्वे के आखिरी दिन शिवलिंग मिलने का दावा किया जा रहा है. हिंदू पक्ष का दावा है कि सर्वे में शिवलिंग मिला है. जबकि मुस्लिम पक्ष इससे इनकार रहा है. दोनों पक्षों के दावों के बीच हिंदू सेना इस मामले को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. ज्ञानवापी मामले में मस्जिद कमेटी की याचिका को जुर्माने के साथ खारिज करने की गुहार लगाते हुए हिंदू सेना ने इस मामले में खुद को पक्षकार बनाए जाने की मांग भी की है. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अर्ज़ी में इतिहास और पुराणों के हवाले से ज्ञानवापी के शुरुआत से ही मंदिर होने की दलील दी है.  

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याचिका में स्कंद पुराण और अन्य ऐतिहासिक दस्तावेजों का दिया हवाला
हिंदू सेना ने अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के इस मामले में अपनी दलीलें पेश करने के लिए हस्तक्षेप याचिका लगाई है. याचिका में हिंदू सेना ने स्कंद पुराण और अन्य ऐतिहासिक दस्तावेजों के जरिए वहां 1669 से पहले मंदिर होने की दलील दी है.

इससे पहले भी 1194 में मोहम्मद गौरी के सिपहसालार कुतुबुद्दीन ऐबक, 1230 में इल्तुतमिश, 1452 में हुसैन शाह शरकी और 1595 के आसपास सिकंदर लोदी ने भी विश्वेश्वर मंदिर को नष्ट भ्रष्ट किया.

याचिका में कहा गया है कि काशीराज विश्वेश्वर मंदिर के आसपास का क्षेत्र अविमुक्त क्षेत्र है. ये जगह विश्वेश्वर का स्थान है. यहां के स्वामी भी वही हैं. उनकी जगह पर आक्रांताओं ने जबरन कब्जा किया था. अब उनकी जगह वापस दिलवाई जाए.

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याचिका में कहा गया है कि काशीराज विश्वेश्वर मंदिर के आसपास का क्षेत्र अविमुक्त क्षेत्र है. ये जगह विश्वेश्वर का स्थान है. यहां के स्वामी भी वही हैं. उनकी जगह पर आक्रांताओं ने जबरन कब्जा किया था. अब उनकी जगह वापस दिलवाई जाए.

आखिरी दिन क्या हुआ
सर्वे के आखिरी और तीसरे दिन सर्वे टीम ने नंदी की मूर्ति के पास के कुएं की पड़ताल की. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन का दावा है कि कुएं के अंदर शिवलिंग मिला और वो कब्जे में लेने के लिए सिविल कोर्ट जा रहे हैं. हालांकि हिंदू पक्ष के दावे को मुस्लिम पक्ष ने खारिज कर दिया. तीसरे दिन सर्वे टीम ने उस कुएं की पड़ताल की, जो नंदी की मूर्ति के पास है. प्राचीन कुएं की वीडियोग्राफी के लिए अंदर वाटर प्रूफ कैमरा डाला गया. अब यह सबूत कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा.

वजुखाने में 12 फीट 8 इंच का शिवलिंग मिला!
हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने दावा किया कि ज्ञानवापी के वजुखाने में 12 फीट 8 इंचा का शिवलिंग मिला है. यह शिवलिंग नंदीजी के सामने है और पूरा पानी निकालकर देखा गया, शिवलिंग 12 फीट 8 इंच का है, जो काफी अंदर गहराई तक है.

 

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