
देश की राजधानी दिल्ली में इन दिनों बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. दिल्ली में यमुना का जलस्तर और बढ़ गया है. यमुना का जलस्तर मंगलवार शाम 5 बजे 206.25 मीटर तक पहुंच चुका है. वहीं अनुमान जताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर 2 बजे तक 207.08 मीटर तक जलस्तर पहुंच सकता है.
वहीं एनडीआरएफ की टीम गाजियाबाद से दिल्ली रवाना हो गई है. दो टीमें दिल्ली बाढ़ वाले इलाके में लगाई गई हैं और 4 टीम हाई अलर्ट पर हैं. हरियाणा में होने वाली बारिश की बदौलत यमुना का पानी लगातार बढ़ रहा है. हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से करीब नौ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना का पानी बढ़ रहा है. इससे दिल्ली वालों की परेशानी बढ़ गई है.
हथिनीकुंड बैराज में जलस्तर ने 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. रविवार को जलस्तर 8.28 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया था. इससे पहले साल 2013 में जलस्तर 8 लाख क्यूसेक था. अभी तक हथिनीकुंज बैराज से यमुना में 8 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा चुका है. दिल्ली की तरफ 40 साल बाद इतना पानी छोड़ा गया है. दिल्ली में यमुना का खतरे का स्तर 205.33 मीटर है. यमुना के खतरे के निशान को छूने से पहले ही आसपास के इलाकों में खलबली मच गई है.
दिल्ली सरकार के ऐलान के बाद लोग अपने जरूरी सामान लेकर आशियाने छोड़कर जा रहे हैं. इनकी मदद के लिए सरकार ने 2,120 कैंप लगाए हैं. साथ ही यमुना ब्रिज से गुजरने वाली ट्रेनों को रोक दिया गया है. बताया जा रहा है कि दिल्ली में अगले दो दिन हालात बेहद मुश्किल हो सकते हैं, क्योंकि अगले दो दिन पानी का बहाव तेज होगा.