
राजधानी दिल्ली की सड़कों पर जलभराव की जिम्मेदार नगर निगम (एमसीडी) की है या लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) की. दरअसल दिल्ली में सभी 60 फीट से ज्यादा चौड़ी सड़कें दिल्ली सरकार (पीडब्लूडी) के जिम्मे हैं, यानी वहां की साफ सफाई और जलभराव की जिम्मेदारी उनकी है.
राजधानी की सभी मुख्य सड़कें पीडब्लूडी के हिस्से में आती हैं. 12 हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबी सड़कें दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के पास हैं. 60 फीट से कम चौड़ी सड़कें यानी कॉलोनी के अंदर की ज्यादातर सड़कों के रख रखाव की जिम्मेदारी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की है.
जलभराव पर अपना बचाव करते हुए पीडब्लूडी अपने बचाव में ये कहती है कि छोटे सड़कों की नालियां साफ नहीं हुईं हैं इसलिए बड़ी सड़कों पर जलभराव है. लेकिन एमसीडी का दावा इसके है कि बड़ी नालियां साफ नहीं हुईं इसलिए कॉलोनी में पानी भर गया है.
राजधानी में सीवर की सफाई दिल्ली जल बोर्ड के पास है, जो दिल्ली सरकार का अंग है. यानी सीवर ओवर फ्लो है तो जल बोर्ड जिम्मेदार है. सड़कों के नाले जिन 5 बड़े नालों में मिलते हैं, जिनमे नजफगढ़ ड्रेन, शाहदरा ड्रेन जैसे बड़े नाले आते हैं. उनकी सफाई बाढ़ नियंत्रण विभाग करता है जो भी दिल्ली सरकार में आता है. ये नाले यमुना में मिलते हैं जिसकी सफाई दिल्ली जल बोर्ड के जिम्मे आती है.