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'बृजभूषण को कैद में होना चाहिए, मैं हिरासत में क्यों हूं?' बजरंग पूनिया का ट्वीट

रविवार सुबह हंगामे के बाद हिरासत में लिए गए रेसलर बजरंग पुनिया को देर रात रिहा कर दिया गया. इससे पहले पूनिया ने खुद ट्वीट कर कई सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि बृजभूषण सिंह को कैद में होना चाहिए, लेकिन पता नहीं उन्हें (बजरंग को) किस जुर्म में हिरासत में लिया गया है.

बजरंग पूनिया (फोटो-एजेंसी) बजरंग पूनिया (फोटो-एजेंसी)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 मई 2023,
  • अपडेटेड 11:51 PM IST

पहलवानों के खिलाफ रविवार को हुए पुलिसिया एक्शन से सियासत गर्मा गई है. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को रिहा कर दिया है. इससे पहले बजरंग पूनिया ने ट्वीट कर कई तरह के सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि उन्हें यह बताया भी नहीं गया कि आखिर किस जुर्म के लिए उन्हें डिटेन किया गया.

बजरंग पूनिया ने ट्वीट कर कहा, 'मुझे अभी तक पुलिस ने अपनी हिरासत में रखा हुआ है. कुछ बता नहीं रहे. क्या मैंने कोई जुर्म किया है? कैद में तो बृजभूषण को होना चाहिये था. हमें क्यों कैद करके रखा गया है?.' हालांकि, उनके इस ट्वीट के कुछ देर बाद ही उन्हें रिहा कर दिया गया.

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बता दें कि पहलवानों के समर्थन में किसान नेता राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ गाजियाबाद बार्डर पर डट गए थे. वह यहां से दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस उन्हें रोक रही थी. पहलवानों को हिरासत में लिए जाने के बाद टिकैत ने कहा था कि पहले खिलाड़ियों की रिहाई होगी, इसके बाद ही किसान बॉर्डर से विदा होंगे. उन्होंने कहा था कि, पहले खिलाड़ियों को छोड़ा जाए या फिर हमें भी गिरफ्तार किया जाए.

ये भी पढ़ें: सड़क पर गिरीं फोगाट बहनें, हाथ में तिरंगा... हिरासत में पहलवान, जंतर-मंतर से पुलिस ने उखाड़े तंबू

हालांकि, पहलवानों के समर्थन में गाजियाबाद बॉर्डर पर डटे किसान शाम को वापस चले गए. कुछ पहलवानों की रिहाई के बाद राकेश टिकैत ने धरना प्रदर्शन खत्म करने की घोषणा कर दी. उन्होंने कहा कि, कुछ लोगों को छोड़ा गया है. पहलवानों को उनका (टिकैत) समर्थन हैं. जिन लोगों ने भी उन्हें समर्थन किया उनका धन्यवाद हैं. अब धरना खत्म कर किसान यहां से वापस लौटेंगे.

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महीने भर से जारी है धरना-प्रदर्शन

बता दें कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महीने भर से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था. इसके बाद वहां से उनके तंबू को भी हटा दिया. पुलिस ने जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर मार्च निकालने के बाद ये कार्रवाई की थी. पहलवानों को हिरासत में लिए जाने के बाद एहतियातन दिल्ली के टिकरी बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया गया.

कांग्रेस नेताओं ने कार्रवाई की निंदा की

पहलवानों पर हुई कार्रवाई को लेकर दिल्ली पुलिस चौतरफा घिर गई. विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई की निंदा की और इसे शर्मनाक बताया. खास तौर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने पहलवानों के समर्थन में ट्वीट किया. पहलवानों के समर्थन में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'खिलाड़ियों की छाती पर लगे मेडल हमारे देश की शान होते हैं. उन मेडलों से, खिलाड़ियों की मेहनत से देश का मान बढ़ता है. भाजपा सरकार का अहंकार इतना बढ़ गया है कि सरकार हमारी महिला खिलाड़ियों की आवाजों को निर्ममता के साथ बूटों तले रौंद रही है. ये एकदम गलत है, पूरा देश सरकार के अहंकार और इस अन्याय को देख रहा है.'

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वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पहलवानों पर हुई कार्रवाई को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने पहलवानों का समर्थन करते हुए अपने ट्वीट में लिखा- 'नई संसद के उद्घाटन का हक़ राष्ट्रपति जी से छीना, सड़कों पर महिला खिलाड़ियों को तानाशाही बल से पीटा! BJP-RSS के सत्ताधीशों के 3 झूठ अब देश के सामने बे-पर्दा हैं.
1. लोकतंत्र, 2. राष्ट्रवाद, 3. बेटी बचाओ....याद रहे मोदी जी,'

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