
दिल्ली की यमुना नदी पर फेरी सेवा शुरू करने के लिए दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसे दिल्ली के विकास के लिए बड़ा कदम बताया है. उन्होंने कहा कि यह दिल्ली में पर्यटन का नया क्षेत्र बनेगा और जल्द ही लोग इस सेवा का लाभ उठा सकेंगे.
इसके अलावा मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि यह योजना एक साल पहले ही साकार हो सकती थी. लेकिन तब के मुख्यमंत्री ने इसे पूरी तरह से नकार दिया था. यह नकारात्मक राजनीति दिल्ली के लिए अफसोसजनक रही.
दिल्ली की यमुना नदी पर फेरी सेवा होगी शुरू
करीब दो साल पहले, यमुना को नौवहन योग्य बनाने के लिए भारतीय नौसेना से एक उन्नत नाव ली गई थी. इस नाव ने यमुना की गहराई नापने का काम भी शुरू कर दिया था. लेकिन यह प्रयास भी पिछली सरकार की नकारात्मक सोच की भेंट चढ़ गया.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि तब के मुख्यमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर इन प्रयासों पर रोक लगवा दी थी. अब दिल्ली में सरकार बदल चुकी है और जनता ने यमुना को लेकर अपनी भावनाओं को स्पष्ट कर दिया है. दिल्ली में सोनिया विहार से जगतपुर (शनि मंदिर) तक यमुना नदी पर बोट टूरिज्म और फेरी सेवा शुरू होगी.
दिल्ली में इनलैंड वॉटर ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा
नई सरकार ने केंद्र के साथ मिलकर फेरी सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है, जिससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि परिवहन का भी एक नया विकल्प मिलेगा. यह ऐतिहासिक समझौता 11 मार्च 2025 को नई दिल्ली के असीता पार्क में किया गया. इस परियोजना से न सिर्फ दिल्ली में इनलैंड वॉटर ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटन और यातायात व्यवस्था में भी सुधार होगा.