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दिल्ली: कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, AAP दफ्तर के बाहर फाड़े पोस्टर

दिल्ली विधानसभा में जब से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने वाले प्रस्ताव का मुद्दा उठा तभी से कांग्रेस बेहद आक्रामक नजर आ रही है. दिल्ली कांग्रेस के नेता अजय माकन ने बेहद तल्ख शब्दों में आम आदमी पार्टी को प्रस्ताव वापस लेने और माफी मांगने की चेतावनी दी थी.

कांग्रेस का प्रदर्शन कांग्रेस का प्रदर्शन
अंकित यादव
  • नई दिल्ली,
  • 24 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 5:59 AM IST

दिल्ली विधानसभा में जब से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने वाले प्रस्ताव का मुद्दा उठा तभी से कांग्रेस बेहद आक्रामक नजर आ रही है. दिल्ली कांग्रेस के नेता अजय माकन ने बेहद तल्ख शब्दों में आम आदमी पार्टी को प्रस्ताव वापस लेने और माफी मांगने की चेतावनी दी थी. वहीं, रविवार को यूथ कांग्रेस ने आईटीओ के आम आदमी पार्टी मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान उत्साही कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और दफ्तर के बाहर लगे बड़े-बड़े होर्डिंग्स और बैनर्स को फाड़ डाला.

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दरअसल, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन आम आदमी पार्टी के खिलाफ था. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और केजरीवाल का इस्तीफा भी मांगा. इससे पहले शनिवार को भी दिल्ली कांग्रेस की इकाई ने आम आदमी पार्टी के दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया था. उसका नेतृत्व दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने किया था.

'केजरीवाल माफी मांगो' मुहिम चला रही है कांग्रेस

दिल्ली कांग्रेस ने लगातार आम आदमी पार्टी के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है. सोशल मीडिया से लेकर दिल्ली की सड़कों तक लगे पोस्टरों में कांग्रेस दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा मांग रही है, पार्टी ने सोशल मीडिया पर केजरीवाल माफी मांगें हैशटैग भी चलाया था. हालांकि, आम आदमी पार्टी पर दिल्ली कांग्रेस के प्रदर्शन का कोई खास असर होता नहीं दिख रहा. पार्टी इस मुद्दे पर जवाब देना भी उचित नहीं समझती.

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टूट रही गठबंधन की संभावनाओं की डोर!

दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की संभावनाएं अब और भी कमजोर होती नजर आ रही है. कांग्रेस की दिल्ली इकाई शुरू से ही इस गठबंधन के खिलाफ नजर आ रही थी. अजय माकन ने कई मौकों पर गठबंधन की संभावनाओं को पूरी तरह से खारिज कर दिया था. लेकिन अटकलें लगाई जा रही थीं कि शायद शीर्ष नेतृत्व दिल्ली में आम आदमी पार्टी से गठबंधन पर सहमति बना दे लेकिन अब जब दिल्ली विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के भारत रत्न वापसी वाले प्रस्ताव का मुद्दा उठा तब से कांग्रेस की निगाह आम आदमी पार्टी से पूरी तरह से टेढ़ी हो गई. ऐसे में आप गठबंधन की संभावनाएं भी बेहद कम होती नजर आ रही हैं.

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