अरविंद केजरीवाल ने पुजारियों और ग्रंथियों को ₹18,000 प्रतिमाह देने का नया चुनावी वादा किया है, लेकिन उनके पिछले वादे पूरे नहीं हुए हैं. 8 लाख नौकरियों के वादे के बदले केवल 440 लोगों को रोजगार दिया. मंदिरों और गुरुद्वारों के बाहर शराब के ठेके खोले. मौलवियों को भी ₹18,000 देने का वादा किया था, जो 17 महीने से नहीं दिया गया है. केजरीवाल के झूठे वादों और तुष्टीकरण की राजनीति पर सवाल उठ रहे हैं.