देश की राजधानी दिल्ली, जहां देश का सबसे बेस्ट सिस्टम होना चाहिए, बेस्ट सुविधाएं होनी चाहिए. लेकिन मुंडका में हुए अग्निकांड ने इस लचर सिस्टम को एक बार फिर बेनकाब कर दिया है. ना आग को रोकने का कोई इंतजाम, ना आग को बुझाने का कोई प्रबंध. लोगों को जिस तरह सीढियों और रस्सियों के सहारे अपनी जान बचानी पड़ी वो अपने आप में देश की राजधानी की इमेज पर धब्बा है. 30 से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं करीब इतने ही लोग लापता हैं. जिनके जिंदा बचे होने की उम्मीदें भी अब मरने लगी हैं लेकिन उनके परिवारवालों को संभालने वाला कोई नहीं है, ना कोई मदद करने वाला है, ना कोई आंसू पोंछने वाला है. देखें वीडियो.
Police arrest owner of Mundka building where 27 people died in a fire on Friday But the major question is who is answerable for all the deaths? Is the compensation enough? Watch this video to know more.