
अहमदाबाद के एक स्कूल में लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां दूसरी कक्षा में पढ़ाई करने वाले एक 7 साल के बच्चे की करंट लगने से मौत हो गई, हालांकि स्कूल इसे खुद की लापरवाही मानने को तैयार नहीं है.
पानी पीने गया था छात्र
स्कूल में वॉटर कूलर से पानी पीने के दौरान 7 साल के हर्षिल सोनी की करंट लगने से मौत हो गई. बच्चे के परिवार वालों का आरोप है कि स्कूल में बिजली के खुले तार की वजह से ही बच्चे की मौत हुई है.
खुले थे बिजली के तार
दरअसल स्कूल में वॉटर कूलर जिस जगह पर लगा है, वहां पर बिजली के तार स्कूल प्रशासन की ओर से खुले छोड़ दिए गए थे. हर्षिल स्कूल में करीबन 4.30 बजे वॉटर कूलर से पानी पीने गया, जैसे ही उसने पानी के लिए कूलर पर रखा गिलास उठाया, उसे बिजली का झटका लगा और वह वहीं गिर गया. हर्षिल का पूरा शरीर बिजली के झटके की वजह से जल चुका था.
स्कूल ने परिवार को नहीं किया फोन
स्कूल प्रशासन ने उसे अस्पताल में भर्ती तो करवाया, लेकिन उसके परिवार वालों फोन तक नहीं किया. हर्षिल ने जब अस्पताल में दम तोड़ दिया, तब अस्पताल वालों ने हर्षिल के परिवार को उसके मौत की जानकारी दी. हर्षिल के पिता ललीत सोनी ने कहा कि स्कूल की लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है. सोनी के मुताबिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सब साफ हो जाएगा.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई
वहीं स्कूल में जिस जगह पर वॉटर कूलर लगा हुआ है, वहां पर भी बिजली के शॉर्ट सर्किट की वजह से पूरा तार जल चुका है, जो साफ देखा जा सकता है. स्कूल प्रशासन अपनी लापरवाही मानने को तैयार नहीं है. स्कूल का कहना है कि उसकी तरफ से कोई लापरवाही नहीं हुई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्कूल की तरफ से कोई कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस कर रही है मामले की जांच
पुलिस ने इस पूरे मामले में फिलहाल दुर्घटना से मौत का मामला दर्ज किया है. परिवार वालों की शिकायत के आधार पर पुलिस एसएसएल और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई करेगी. मामले की जांच कर रहे अधिकारी बीएन राठौड़ के मुताबिक पुलिस एसएसएल के जरिए स्कूल में करंट लगने की जांच कर रही है और अगर करंट लगा था तो क्या उससे किसी की मौत हो सकती है ये भी जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि जिस तरह स्कूल में बिजली का झटका लगने से बच्चे की मौत हुई है, उसे स्कूल कि लापरवाही साफ कही जा सकती है. हालांकि स्कूल इसे खुद कि लापरवाही मानने के लिए तैयार ही नहीं है. स्कूल की इस लापरवाही का खामियाजा हर्षिल के परिवार वालों को अपने बच्चे को गवां कर भुगतना पड़ा है. स्कूल की प्रिंसपल जेजे सोनिग्रा ने कहा, 'हमारी सहानुभुति हर्षिल के परिवार के साथ है, हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्कूल इस मामले में कोई कार्रवाई करेगा.'