
आने वाले दिनों में 5 राज्यों में चुनाव के अलावा साल के अंत तक गुजरात में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले गुजरात में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगने वाला है. दरअसल, खबर है कि सूरत में जीते 27 आप पार्षदों में से 4 पार्षद आज गांधीनगर में बीजेपी में शामिल हो जाएंगे. बता दें कि हाल ही में केजरीवाल ने गोवा के अपने प्रत्याशियों से दल न बदलने के लिए एफिडेविट साइन करवाया है.
इन पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने को लेकर दिल्ली के आप विधायक गुलाब सिंह ने ट्विटर के जरिए तंज किया है. उन्होंने लिखा- साम दाम दंड भेद सब कुछ गुजरात में आजमाया जा रहा हैं, किसी भी तरह से AAP गुजरात के काउंसलर को भाजपा में शामिल किया जाए. डराना धमकाना मरवाना भाजपा का यही गुजरात मॉडल है. कई काउंसलर साथियों के फोन आ रहें हैं, उनको धमकियां दी जा रहीं हैं. वहीं, गुजरात में AAP के को- इंचार्ज राजेश शर्मा ने ट्वीट किया- एक तरफ हैं घोड़ों की तरह बिकने वाले कांग्रेसी और सौदागर की तरह खरीदारी करने वाली भाजपा और दूसरी तरफ है अपने ईमान के लिए पहाड़ से भी टकराने की हिम्मत रखने वाली 'आप'. मैं ईमानदारी के साथ हूं इसलिए मैं 'आप' के साथ हूं.
गौरतलब है कि इधर, आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गोवा की सत्ता में आने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है. केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के सभी प्रत्याशियों से शपथ लेने के साथ एफिडेविट पर हस्ताक्षर लिए हैं कि वो दल बदल नहीं करेंगे.
यहां आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने मतदाताओं के प्रति ईमानदार रहने और जीतने के बाद पार्टी को छोड़कर किसी अन्य पार्टी में नहीं जाने की शपथ ली है. आम आदमी पार्टी के सभी प्रत्याशी इन शपथ-पत्रों की प्रतियां अपने डोर टू डोर कंपेन में हर घर में वितरित कर रही है. अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को इंडिया टुडे के कार्यक्रम में कहा कि कि अगर हमारा कोई भी प्रत्याशी दल बदल करता है तो मतदाता उनके खिलाफ कोर्ट में केस कर सकते हैं. इसीलिए प्रत्याशियों के एफिडेविट को घर-घर बांट रहे हैं. केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी ने दिल्ली में हमारे विधायकों को तोड़ने की बहुत कोशिश की, लेकिन पांच साल में एक भी विधायक तो नहीं तोड़ पाए. ऐसे ही गोवा में भी हमारे विधायक पार्टी के साथ पूरी तरह ईमानदार रहेंगे.
इंडिया टुडे के कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा था कि गोवा की राजनीति इतनी जहरीली और दूषित हो चुकी है कि लोग पूछते हैं कि क्या आपके विधायक पार्टी नहीं छोड़ेंगे? इसलिए हमने अपने लोगों से एफिडेविट साइन करवाए और जनता को ही बांटे.