
गुजरात में पिछले कुछ महीनों से फूड एंड ड्रग्स विभाग की ओर से अलग-अलग जिलों में छापेमारी करके मिलावटी खाद्य पदार्थ जब्त किए जा रहे हैं और मिलावटखोरों पर कारवाई की जा रही है. ऐसी ही एक कारवाई में मेहसाणा के कडी में दो जगह पर छापेमारी की गई जहां पर 2300 किलो मिलावटी पनीर और 1600 किलो मिलावटी कपास का तेल जब्त किया गया जिसका बाजार मूल्य करीबन 8 लाख रुपए होता है.
कडी के केशवी फूड प्रोडक्टस पर जांच के दौरान विभाग ने पाया कि खाद्य लाइसेंस प्राप्त किए बिना ही खाद्य वनस्पति वसा का उपयोग करके पनीर का उत्पादन किया जा रहा था. उपरोक्त फर्म में मिलावट की प्रबल आशंका के आधार पर पनीर का नमूना लिया गया और शेष 2300 किलोग्राम पनीर जिसकी अनुमानित कीमत 5.50 लाख रुपए है उसे सार्वजनिक स्वास्थ्य के हित में जब्त कर लिया गया. विभाग की जांच में यह सामने आया कि यह मिलावटी पनीर वीरमगाम के जमजम रेस्तरां, होटल सहयोग, मुसाफिर रेस्टोरेंट, कलोल के आई खोडल ढाबा, छत्राल के होटल अमीरस, होटल सत्कार में रु. 240 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जा रहा था.
कडी तालुका में एक और कंपनी धरती इंडस्ट्रीज में तेल में मिलावट की रिपोर्ट के आधार पर जांच की गई. जांच के दौरान मौके पर बिनौला (कपास) तेल में मिलावट की प्रबल आशंका के आधार पर 1600 किलोग्राम बिनौला तेल का नमूना लिया गया, जिसकी अनुमानित कीमत 2.30 लाख रुपये है उसे सार्वजनिक स्वास्थ्य के हित में जब्त कर ली गई है. चूंकि ये खाद्य पदार्थ प्राथमिक रूप से अस्वास्थ्यकर हैं, इसलिए उनकी पृथक्करण रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद नियमों के अनुसार आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा की गई छापेमारी से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त मिलावट और नकली उत्पादों का पर्दाफाश हुआ है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा बन रहे हैं.