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सॉफ्ट टॉयज में करोड़ों का ड्रग्स! डार्क वेब के जरिए अमेरिका, कनाडा और थाईलैंड से हो रही थी तस्करी, पार्सल की जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

अहमदाबाद क्राइम ब्रांच (Ahmedabad crime branch) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डार्क वेब (dark web) के जरिए विदेशों से खिलौनों की आड़ में मंगवाए जा रहे ड्रग्स (Drugs) का पर्दाफाश किया है. इस ऑपरेशन में पुलिस ने करीब 3.45 करोड़ रुपये से अधिक कीमत का मादक पदार्थ जब्त किया है.

अहमदाबाद में क्राइम ब्रांच ने बरामद की ड्रग्स. (Screengrab) अहमदाबाद में क्राइम ब्रांच ने बरामद की ड्रग्स. (Screengrab)
ब्रिजेश दोशी
  • अहमदाबाद,
  • 13 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 2:17 PM IST

अहमदाबाद क्राइम ब्रांच (Ahmedabad Crime Branch) को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने डार्क वेब (Dark web) के जरिए खिलौनों की आड़ में विदेशों से मंगवाए जा रहे करोड़ों के ड्रग्स का भंडाफोड़ किया है. यह ड्रग्स अमेरिका, कनाडा और थाईलैंड से आयात किए जा रहे थे. लंबे समय से कस्टम विभाग में पड़े संदेहास्पद पार्सलों की जांच के दौरान यह खुलासा हुआ.

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पुलिस का कहना है कि 3.45 करोड़ रुपये से अधिक कीमत का ड्रग्स जब्त किया गया है. इनमें 10 किलो हाईब्रिड गांजा, 80 ग्राम चरस, 248 ग्राम एमडी ड्रग्स, 32 बोटल केनाबील ऑयल और 6 बोटल आइसोप्रोपाइल नाइट्रेट शामिल हैं. पुलिस के अनुसार, इन ड्रग्स को गलत पते, अधूरे पते और फर्जी नामों के जरिए मंगवाया जाता था. आरोपी विदेशों से इन्हें खिलौनों, सॉफ्ट टॉयज, खाने-पीने की चीजों और प्रोटीन पाउडर के नाम पर भारत भेजते थे.

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विदेशों से मंगवाए जा रहे थे ड्रग्स

क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के अनुसार, ये ड्रग्स अमेरिका, कनाडा और थाईलैंड से डार्क वेब के जरिए ऑर्डर किए जा रहे थे. आरोपियों द्वारा इन मादक पदार्थों को खिलौनों, सॉफ्ट टॉयज, खाद्य पदार्थों और प्रोटीन पाउडर की आड़ में छिपाकर मंगवाया जा रहा था. लंबे समय से कस्टम विभाग में संदिग्ध पार्सल पेंडिंग पड़े थे, जिनकी जांच के बाद इस रैकेट का खुलासा हुआ.

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पुलिस ने जब इन पार्सलों की गहन जांच की, तो 10 किलो हाईब्रिड गांजा (कीमत 3.12 करोड़ रुपये), 80 ग्राम चरस, 248 ग्राम एमडी ड्रग्स, 32 बोतल कैनाबील ऑयल और 6 बोतल आइसोप्रोपाइल नाइट्रेट बरामद किए गए. सभी नशीले पदार्थों की कुल कीमत 3.45 करोड़ रुपये आंकी गई है.

यह भी पढ़ें: गोवा में अब तक के सबसे बड़े ड्रग्स कार्टेल का भंडाफोड़, 11.67 करोड़ की हाइड्रोपोनिक वीड बरामद

क्राइम ब्रांच के मुताबिक, यह पूरा नेटवर्क डार्क वेब के माध्यम से संचालित किया जा रहा था. आरोपी ड्रग्स मंगवाने के लिए फर्जी नामों और गलत या अधूरे पते का इस्तेमाल कर रहे थे, जिससे ट्रैकिंग में दिक्कत हो. पार्सल डिलीवरी के समय कोई वास्तविक पहचान सामने न आए, इसके लिए वे अलग-अलग पते और पहचान पत्रों का उपयोग कर रहे थे.

अहमदाबाद पुलिस कर रही जांच

क्राइम ब्रांच ने इस पूरे मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि ड्रग्स की यह खेप किसके लिए मंगवाई गई थी और इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल हैं. पुलिस की इस कार्रवाई से ड्रग्स तस्करों में हड़कंप मच गया है और अब पुलिस इनके नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने में जुटी हुई है.

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