
गुजरात के अहमदाबाद में शनिवार को 11 साल की फ्लोरा अपूर्व असोडिया नाम की बच्ची एक दिन के लिए कलेक्टर की कुर्सी पर बैठी. एक दिन के लिए कलेक्टर की कुर्सी पर बैठी फ्लोरा अपूर्व असोडिया ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित है. अहमदाबाद की रहने वाली फ्लोरा एक दिन के लिए कलक्टर बनना चाहती थी. उसकी ये चाहत 18 सितंबर को पूरी हो गई.
जानकारी के मुताबिक अहमदाबाद की रहने वाली फ्लोरा अपूर्व असोडिया सातवीं क्लास की छात्रा है. फ्लोरा बताती हैं कि बड़ी होकर कलेक्टर बनना चाहती हूं. उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रही हूं और मेरा इलाज चल रहा है. फ्लोरा ने बताया कि खराब स्वास्थ्य के कारण मेरे मन में ये खयाल आया कि क्या मैं कलेक्टर बन भी पाऊंगी?
फ्लोरा अपूर्व असोडिया ने आगे कहा कि मेरे मन में तरह-तरह के ख्याल आ रहे थे कि इसी बीच मेरे पिताजी को मेक अ विस फाउंडेशन के बारे में जानकारी मिली. उन्होंने बताया कि मेरे सपने को साकार करने के लिए पिताजी ने संगठन से संपर्क किया. संगठन के प्रयास से बात कलक्टर साहब तक पहुंची और मेरी तबीयत को देखते हुए उन्होंने भी इसमें काफी रुचि दिखाई.
फ्लोरा ने कहा कि कलेक्टर साहब ने इस दिशा में तेजी से निर्णय लिए और मेरे घर भी आकर मुलाकात की. उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि सभी के सहयोग से आज मेरी मनोकामना पूरी हो गई. ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित फ्लोरा अपूर्व असोडिया ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि निश्चित रूप से इस बीमारी से लड़ूंगी और जीतूंगी. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एक दिन कलक्टर जरूर बनूंगी.