
गुजरात के वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी डेवलपमेंट बिल की कॉपी जिसे गुजरात सरकार विधानसभा में पेश करने वाली थी, उसे सदन के अंदर जला दिया. ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी ने बिल की कॉपी को विधानसभा के भीतर जलाया है.
जिग्नेश मेवानी ने कहा कि अगर सदन के अंदर होता तो बिल को फाड़ देता, लेकिन मुझे सस्पेंड किया गया है इसलिए आग लगा रहा हूं. जब जिग्नेश मेवाणी ने बिल की कॉपी को जलाया तब कुछ पत्रकार भी मौजूद रहे.
इससे पहले मेवानी को 9 दिसंबर को गुजरात विधानसभा से अनुशासनहीनता और सभा का अपमान करने के लिए तीन दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया.
गुजरात विधानसभा का सत्र सोमवार को शुरू हुआ है. तीन दिवसीय विधानसभा सत्र के पहले दिन ही मेवानी ने मुख्यमंत्री विजय रुपाणी द्वारा संविधान दिवस मनाने के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद सदन के अध्यक्ष ने उनके खिलाफ कार्रवाई की और तीन दिन के लिए निलंबित कर दिया.
सदन में अध्यक्ष द्वारा चेतावनी मिलने के बावजूद मेवानी ने कहा, 'आप सभी मनुस्मृति पर विश्वास करते हैं, संविधान पर नहीं.' साथ ही निलंबित होते हुए भी मेवानी ने कहा कि आज निलंबित होना उनके लिए गर्व की बात होगी.
मेवानी के निलंबन के बाद सदन के अध्यक्ष ने कहा कि निर्दलीय विधायक ने अपने आचरण से सदन के अध्यक्ष के साथ-साथ सदन का भी अपमान किया है.