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साइबर क्राइम ब्रांच का फर्जी अफसर बन ठगी करने वाले अरेस्ट, कारोबारी को भेजी थी नकली नोटिस

गुजरात के गांधीनगर में दो फर्जी क्राइम ब्रांच अफसरों को गिरफ्तार किया गया. दोनों ने मिलकर एक व्यवसायी को एक केस में फंसने बाबत नकली नोटिस भेजा था. साथ ही मामले को रफा-दफा करने के एवज में कारोबारी से बदमाशों ने 30 हजार रुपये की मांग की थी. ऐसा नहीं करने पर तीन महीने सजा भुगतने की बात कही थी.

साइबर क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आरोपी साइबर क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आरोपी
अतुल तिवारी
  • अहमदाबाद,
  • 16 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 5:03 PM IST

गांधीनगर साइबर क्राइम ब्रांच का नकली पीएसआई बनकर पैसा उगाही करने वाले बदमाशों को साइबर क्राइम ब्रांच ने ही गिरफ्तार किया है.  व्यवसायी को धमकी भरा कॉल करके 30,000 रुपये देने की आरोपियों ने मांग की थी. ऐसा नहीं करने पर 3 महीने की सजा भुगतने की धमकी दी. अब दोनों आरोपियों को अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने अरेस्ट कर लिया है. 

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आरोपियों ने व्यापारी से मांगे थे 30,000 रुपये 
अहमदाबाद के निकोल में रहने वाले व्यापारी विष्णु पंचाल को गांधीनगर साइबर क्राइम ब्रांच का नकली नोटिस भेजकर खुद को पीएसआई हेमंत सिंह बताने वाले दो आरोपियों को अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच ने अरेस्ट किया है. नकली नोटिस भेजकर आरोपियों ने व्यापारी से 30,000 रुपये की मांग की थी. पैसा नहीं देने पर 3 महीने की सजा के लिए व्यापारी को आरोपियों ने धमकाया था.

आरोपियों ने व्यापारी को भेजा था क्राइम ब्रांच का नकली नोटिस 
अहमदाबाद सायबर क्राइम सेल के एसीपी एचएस माकड़िया ने कहा कि 8 अप्रैल को आरोपियों ने अज्ञात नंबर से व्यापारी को कॉल किया था. फोन करने वाले ने अपनी पहचान क्राइम ब्रांच के पीएसआई हेमंत सिंह के तौर पर बताई थी. आरोपियों ने व्यापारी से कहा था कि साल 2022 में आपने ऑनलाइन दवा मंगवाकर वापस कर दिया था. इस मामले में अर्बन मेट्रो कंपनी ने केस किया है. 

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पैसा नहीं देने पर सजा भुगतने की दी थी धमकी
मामला रफदफा करने के लिए व्यापारी से आरोपियों ने 30,000 रुपये की मांग की थी. आरोपियों ने व्यापारी को यह भी कहा था कि अगर उन्होंने इतने पैसे नहीं दिये तो उन्हें तीन महीने की सजा भुगतनी पड़ सकती है. इसके बाद व्यापारी ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम ब्रांच अहमाबाद से की. तब आगे जांच के बाद मामले का खुलासा हुआ और दोनों आरोपी साइबर क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े.

आरोपियों ने 45 लोगों को डराकर ठगा 
एसीपी एचएस माकड़िया ने कहा कि मूल रूप से यूपी के रहने वाले अजय वर्मा और हिमांशु परमार को गिरफ्तार किया गया है. अजय वर्मा पहले आयुर्वेदिक कंपनी में सेल्समेन था. उसने हिमांशु परमार के साथ मिलकर अब तक 45 लोगों को इसी तरह ठगा है. पुलिस को जांच के दौरान आरोपियों के मोबाइल से 20 नकली नोटिस मिली है. बाकी की नोटिस फोन से डिलीट की गई है. पिछले दो महीने में आरोपियों ने इसी तरह ठगी करके 5 लाख रुपये कमाए हैं.

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