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सूरत में ASI ने भाई को भेजा था घूस लेने, ACB ने 5 लाख रुपया लेते रंगेहाथ पकड़ा

गुजरात के सूरत में पुलिस अधिकारी रिश्वत लेने के लिए सगे-संबंधियों का सहारा ले रहे हैं. यहां एक ज्वैलर से रिश्वत की 5 लाख रुपये की किश्त लेने एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) ने अपने भाई को भेजा था. इधर, एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ताक में बैठी थी. जैसे ही एएसआई के भाई ने रिश्वत लिया. टीम ने उसे धर दबोचा.

एएसआई का भाई घूस लेते गिरफ्तार एएसआई का भाई घूस लेते गिरफ्तार
संजय सिंह राठौर
  • सूरत,
  • 24 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 4:24 PM IST

सूरत में पुलिस विभाग में भाई-भतीजा वाद की झलक देखने को मिल रही है. सूरत शहर में दो ऐसे मामले सामने आ चुके हैं. जिनमें रिश्वत लेने के लिए पुलिस अधिकारी ने अपने बेटे और भाई का सहारा लिया. ताजा मामले में सूरत एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की यूनिट ने सूरत पुलिस के इकॉनॉमिक क्राइम सेल के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सागर प्रधान के भाई को 5 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.

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सूरत शहर के कतारगाम इलाके में रहने वाले गौतम बाघ नामक ज्वैलर के खिलाफ 1.84 करोड़ का सोना गबन किए जाने का मामला मुंबई में मामला दर्ज हुआ था. करोड़ों रुपये की इस धोखाधड़ी मामले के फरार एक आरोपी को सूरत ईको सेल के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) सागर प्रधान ने पकड़ कर मुंबई पुलिस को सौंप दिया था. सूरत क्राइम ब्रांच के अधीनस्थ आने वाले ईको सेल के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सागर प्रधान ने इस मामले में गिरफ्तार ज्वेलर्स के पार्टनर विपुल भाई को भी मामले में फंसाने के लिए डराना धमकाना शुरू कर दिया था. 

ज्वैलर्स को डरा-धमका कर मांगा था 15 लाख
 ज्वैलर गौतम बाघ के पार्टनर विपुल भाई की मुंबई में दर्ज मामले में कोई भूमिका नहीं थी. इसके बावजूद असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सागर प्रधान उन्हें इस मामले में फंसाने के लिए डराने धमकाने लग गया. सूरत ईको सेल से असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सागर प्रधान ने ज्वैलर गौतम बाघ के पार्टनर विपुल भाई का नाम मुंबई के गुनाह में नाम नहीं खोलने के लिए 15 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी.

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किश्त में रिश्वत की राशि देना हुआ था तय
ज्वैलर का पार्टनर विपुल इस रिश्वत को देना तो नहीं चाहता था, लेकिन पुलिस की झंझट से बचने के लिए उन्होंने ईको सेल के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सागर प्रधान के साथ समझौता करने में ही अपनी भलाई समझी थी. वह एक साथ 15 लख रुपए देने को तैयार नहीं हुए था. लिहाजा पांच लाख रुपये पहली किस्त के रूप में देने का फैसला किया था और बाकी दस लाख रुपए भी टुकड़े टुकड़े में देने का भरोसा दिया था.

पीड़ित ने एसीबी से संपर्क कर आरोपी के भाई को पकड़वाया
इस बीच ईको सेल के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सागर प्रधान से सब कुछ तय करने के बाद ज्वैलर के पार्टनर विपुल ने सूरत एंटी करप्शन ब्यूरो की यूनिट से संपर्क कर लिया था.  उन्होंने सबूत के साथ सूरत एंटी करप्शन ब्यूरो में सूरत क्राइम ब्रांच की ईको सेल के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सागर प्रधान के साथ हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी एसीबी को सौंप थी. 

एएसआई का भाई पहुंचा था पैसा लेने
इसके बाद असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सागर प्रधान द्वारा बताई हुई जगह सुमुल डेरी रोड अलकापुरी सोसायटी के पास विपुल से रुपये लेने के लिए कोई और नहीं बल्कि असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सागर प्रधान ने अपने सगे भाई उत्सव प्रधान को भेजा था. उसे मौके से रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया. 

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पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
सूरत पुलिस कमिश्नर जिस ऑफिस में बैठते हैं. उस ऑफिस के ठीक नीचे ईको की ब्रांच है और इस ब्रांच के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सागर प्रधान ने 15 लाख की रिश्वत मांगी थी. इसमें से 5 लाख लेते उसके भाई उत्सव को पकड़ लिया गया है. कुछ दिन पहले सूरत शहर की लालगेट पुलिस थाना क्षेत्र में भी एक लेडी सब इंस्पेक्टर रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुई थी. रिश्वत लेने के लिए उसने अपने ही बेटे को भेजा था. 

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