
गुजरात के भावनगर जिले के महुवा में पुलिस ने करोड़ों की एम्बरग्रीस (स्पर्म व्हेल की उल्टी) की तस्करी का पर्दाफाश किया है. महुवा पुलिस ने एक कारखाने में छापेमारी कर 12 किलो एम्बरग्रीस बरामद की, जिसकी बाजार कीमत 12 से 15 करोड़ रुपये आंकी जा रही है. इस मामले में पुलिस ने जयदीप शियाल और रामजी शियाल नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
महुवा के एएसपी अंशुल जैन ने बताया कि यह एम्बरग्रीस रामजी शियाल को 1.5 साल पहले पिंगलेश्वर महादेव के पास समुद्री तट से मिला था. उन्होंने इसे बेचने की कई कोशिशें कीं, लेकिन कोई सौदा नहीं हो सका. पुलिस जांच कर रही है कि इस व्यापार में और कौन-कौन शामिल हो सकता है.
छापेमारी में 12 किलो एम्बरग्रीस बरामद
एम्बरग्रीस, जिसे 'समुद्र का सोना' भी कहा जाता है, स्पर्म व्हेल की आंतों में बनने वाला एक मोम जैसा पदार्थ है. यह दुर्लभ और बहुत कीमती होता है, लेकिन स्पर्म व्हेल एक संरक्षित प्रजाति है और इसका व्यापार कानूनन प्रतिबंधित है. एम्बरग्रीस का उपयोग परफ्यूम उद्योग में महंगे इत्र बनाने के लिए किया जाता है.
एम्बरग्रीस का उपयोग परफ्यूम बनाने में होता है
महुवा पुलिस को सूचना मिली थी कि चामुंडा डाई कारखाने में एम्बरग्रीस की तस्करी हो रही है. इसके आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और 12 किलो एम्बरग्रीस जब्त कर लिया. यह मामला जैव विविधता संरक्षण और वन्यजीव अधिनियम का सीधा उल्लंघन है.