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गुजरात: निकाय चुनाव में बीजेपी इन नेताओं को नहीं देगी टिकट, संसदीय बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला 

गुजरात के स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर बीजेपी ने टिकट को लेकर गाइडलाइन जारी कर दिये हैं. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने साफ शब्दों में कहा कि निकाय चुनाव में भाई और भतीजावाद की नो एंट्री रहेगी. इसके साथ ही 60 की उम्र पार कर चुके नेताओं को भी टिकट नहीं दिये जाने का ऐलान किया है.

गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल
गोपी घांघर
  • अहमदाबाद,
  • 01 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 11:30 PM IST
  • 60 साल से ज्यादा उम्र वालों का कटेगा टिकट
  • तीन बार चुनाव जीतने वालों के टिकट पर भी संकट 

गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव (म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन) में इस बार मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है. अभी तक यहां जहां बीजेपी और कांग्रेस की टक्कर रहती थी, तो वहीं इस बार कुछ अन्य पार्टियां भी निकाय चुनाव में दांव खेल रही हैं. शायद यही कारण है कि बीजेपी ने गंभीरता के साथ इस चुनाव के लिये अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दी है. टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट गाइडलाइन जारी कर दिये हैं. 

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प्रदेश अध्यक्ष ने दी जानकारी 
गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने साफ साफ शब्दों में कह दिया है कि कुछ लोगों के टिकट में कटौती की जाएगी. जिसमें 6 दशक पूरा करने वाले, तीन कार्यकाल पूरा करने वालों को टिकट नहीं मिलेगा. इसके साथ ही टिकट बंटवारे में भाई और भतीजावाद नहीं चलेगा. गुजरात बीजेपी मुख्यालय पर ये जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी की समन्वय समिति और संसदीय बोर्ड ने कुछ निर्णय लिए गए हैं, जिसमें तीन मुख्य निर्णय हैं. 

1. पार्टी में 60 साल से अधिक उम्र के कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं दिया जायेगा. 
2. जिन लोगों ने तीन बार चुनाव जीता है, उन्हें भी इस बार टिकट नहीं दिया जायेगा. 
3. साथ ही ऐसे नेता अपने परिवार के दूसरे सदस्यों के लिये टिकट की मांग न करें. 

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शुरू हुई चयन प्रक्रिया 
गुजरात निकाय चुनाव को लेकर संसदीय बोर्ड की बैठक आज से शुरू हो चुकी है, जिसमें महानगर और फिर तालुका पंचायत-जिला पंचायत और नगर पालिका के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जायेगा. मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और सभी नेताओं के साथ चर्चा हो रही है. सभी उम्मीदवारों को सुना जाएगा. दिलचस्प बात तो ये है कि प्रधानमंत्री की युवाओं को केन्द्रीय स्तर पर राजनीति में आगे लाने की नीतिओं का प्रभाव गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव में देखने को मिल रहा है. 60 से अधिक उम्र वाले लोगों को टिकट नहीं दिया जाएगा. बीजेपी पार्टी के इस फैसले से अहमदाबाद नगर निगम में 20 से ज्यादा पार्षदों के टिकट कटने की पूरी संभावना है. जबकि 3 बार पार्षद बने नेता को भी टिकट न देने के फैसले से कई बीजेपी के पार्षद की टिकट कट सकती है. 


ये हो रही चर्चा 
पार्टी में टिकट दिये जाने को लेकर उम्र के बंधन को लेकर तो ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं दिख रही, लेकिन मौजूदा पार्षद जो इस बंधन के बाद टिकट की सूची से गायब हो रहे हैं, वे अपने परिवार के सदस्यों को टिकट दिलाना चाहते हैं. ऐसे में भाई, भतीजावाद प्रणाली के तहत यदि उनके परिवार के सदस्यों को टिकट नहीं मिलता, तो नाराजगी देखने को मिल सकती है. 

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