
गुजरात के अहमदाबाद स्थित सिविल हॉस्पिटल में ब्रेनडेड किशन परमार का अंगदान किया गया. किशन के अंगदान से हृदय, लिवर और 2 किडनी प्राप्त हुईं. जिसकी वजह से मृत्यु के बाद भी किशन चार जरूरतमंद लोगों का जीवनदाता बन गया.
खेड़ा जिले के कपड़वंज में रहने वाले किशन परमार खेती-किसानी का काम करता था. बीते दिनों वह अपनी बहन को परीक्षा दिलाने के लिए ले गया था. इसी बीच परीक्षा केंद्र से लौटते समय अचानक बाइक स्लिप होने की वजह से उसके सिर पर गंभीर चोट लग गई.
पहले स्थानीय हॉस्पिटल में प्राथमिक इलाज के बाद हालत बिगड़ती होते देख घायल किशन को अहमदाबाद स्थित सिविल अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया. डॉक्टरों ने किशन का इलाज तो किया लेकिन 2 अप्रैल को ब्रेनडेड घोषित कर दिया.
ब्रेनडेड किशन की मां ने पुत्र के अंगदान का निर्णय लिया
पिता की मृत्यु पहले ही हो चुकी थी, इसलिए कम उम्र में ही किशन अपने दो भाई-बहनों के साथ परिवार का गुजारा खेती करके किया करता था. ऐसे में किशन भी ब्रेनडेड होने की वजह से माता गीताबेन परमार पर दुखों का पहाड टूट पड़ा.
सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने किशन की मां को अंगदान के बारे में समझाया. आखिर में परिस्थितियों को स्वीकार कर किशन की मां गीताबेन परमार ने अपने पुत्र का अंगदान करने की अनुमति देकर चार लोगों का जीवन प्रकाशित कर दिया.
डॉक्टर बोले- हम सबको ऋणी बना दिया
खेती करके परिवार का पालन-पोषण करने वाले किशन के अंगदान के बारे में अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर राकेश जोशी ने कहा, हम सबके लिए अनाज पैदा करने वाले किसान परिवार के पुत्र ने अंगदान किया है. किशन के अंगदान से हृदय, लिवर और दो किडनियां प्राप्त हुई हैं. किसान परिवार के इस निर्णय ने हम सबको ऋणी बना दिया है.
अहमदाबाद सिविल में 148वां अंगदान, 477 अंग प्राप्त हुए, 460 लोगों को नवजीवन
डॉक्टर राकेश जोशी ने कहा, अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल में यह 148वां अंगदान हुआ है. अब तक 148 अंगदाताओं से कुल 477 अंग प्राप्त हुए हैं. जिनके माध्यम से 460 लोगों को नई जिंदगी दिलाने में सफलता प्राप्त हुई है.