
गुजरात के अहमदाबाद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश में लागू नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के तहत पड़ोसी देशों से आए हिंदू प्रवासियों को भारतीय नागरिकता के पत्र प्रदान किए हैं. अहमदाबाद में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को 188 लोगों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र प्रदान किए.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने पिछले कई सालों से गुजरात के मोरबी, पाटन, सुरेंद्रनगर, महेसाणा, राजकोट और वडोदरा में रह रहे हिंदू प्रवासियों को CAA के तहत भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र दिए. अहमदाबाद के पंडित दीनदयाल उपाध्याय हॉल में आयोजित इस विशेष समारोह में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गुजरात सरकार के मंत्री, लोकसभा और राज्यसभा सांसद, विधायक भी मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें- देशभर में लागू हुआ CAA, मोदी सरकार ने जारी किया नोटिफिकेशन, तीन देशों के गैर मुस्लिम शरणार्थियों को मिलेगी नागरिकता
हिंदू प्रवासियों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 188 ऐसे लोग जिन्हें अब तक शरणार्थी कहा जाता था, उन्हें भारत माता के परिवार में शामिल किया जा रहा है. आज मैं फिर कहता हूं, CAA सिर्फ नागरिकता देने का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि लाखों शरणार्थियों को न्याय और अधिकार देने का कार्यक्रम है.
विपक्ष की तुष्टिकरण नीति के कारण देश में शरण लेने आए अल्पसंख्यकों को अब तक न्याय नहीं मिल सका. अमित शाह ने कहा, देश में कुछ सरकारें अभी भी लोगों को गुमराह कर रही हैं, लेकिन मैं देश में मौजूद शरणार्थियों से कहता हूं कि आप आवेदन करें, आपकी नौकरी, घर, सब कुछ रहेगा. आपके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं होगा. आपको कानून के तहत नागरिकता दी जाएगी. आपको नागरिकता देने में देरी सरकार की वजह से हुई है. आपकी वजह से नहीं. अगर कोई राजनीतिक दल आप सभी को गुमराह करता है, तो उनकी बात मत सुनिए. यह कानून न्याय देने के लिए बना है.
बंटवारे के समय बांग्लादेश में 27 प्रतिशत हिंदू थे. आज 9 प्रतिशत क्यों हो गए?
अमित शाह ने आगे कहा, विपक्ष मुझसे संसद में पूछता था. आज मैं उन्हें बताता हूं कि बंटवारे के समय बांग्लादेश में 27 प्रतिशत हिंदू थे. आज 9 प्रतिशत क्यों हो गए? वे सब कहां चले गए? क्या वे हमारे देश में आए थे या उनका धर्म परिवर्तन किया गया? जब बीजेपी ने पीएम मोदी को पीएम पद के लिए नामित किया था, तब कहा गया था कि देश का लोकतंत्र भाई-भतीजावाद, जातिवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण से ग्रस्त है. वंशवाद की राजनीति के खिलाफ पीएम मोदी ने 15 अगस्त को कहा कि 1 लाख युवा देश की राजनीति में शामिल हों.
हमारे देश में सिर्फ चार जातियां हैं. गरीब, महिला, युवा और किसान. राम मंदिर का मुद्दा सालों से लंबित था. आज भव्य मंदिर बन गया है. अपने भाषण का अंत करते हुए अमित शाह ने कहा कि देश में शरणार्थी भाइयों से अपील करता हूं कि अगर कोई आपको गुमराह करता है तो डरिए मत. नागरिकता के लिए आवेदन कीजिए. आपके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं होगा. जिन्हें आज नागरिकता मिली है, हो सकता है कल उनके बच्चे भी विधायक और सांसद बनें.
CAA पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों के लिए वरदान
वहीं, कार्यक्रम में मौजूद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने संबोधन में कहा, पीएम मोदी को लगातार तीसरी बार देश का नेतृत्व सौंपा गया है. देश आजाद होने के बाद कई लोगों को धर्म के नाम पर हमसे अलग होने के लिए मजबूर किया गया. उस समय पूज्य बापू ने सभी का भारत में बसने का स्वागत किया था, लेकिन पीएम मोदी और शाह के राज में उनकी बातें सच हो रही हैं. आज देश को CAA जैसा कानून मिला है, जिसके तहत आज 188 लोगों को भारतीय नागरिकता दी जा रही है. ये सभी पड़ोसी देश में शरणार्थी कहलाते थे, लेकिन जिनका कोई नहीं है उनके पास मोदी जी हैं. CAA पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों के लिए वरदान बन गया है.