
गुजरात में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ गई है. हर दिन रिकॉर्ड तोड़ मरीज सामने आ रहे हैं. नतीजा ये हो गया है कि इलाज कराने वाले मरीज बढ़ते जा रहे हैं और ठीक होने वाले कम होते जा रहे हैं. इस वजह से अस्पतालों में मरीजों को ना ही बेड मिल पा रहे हैं और अगर बेड मिल भी जा रहा है, तो ऑक्सीजन नहीं मिल रही है.
रेमडेसिविर की किल्लत भी हो रही है. निजी अस्पतालों में ऐसी परेशानियां और ज्यादा है. इसलिए बुधवार को इन सबसे परेशान होकर डॉ. वीरेन शाह ने अहमदाबाद के अस्पताल और नर्सिंग एसोसिएशन (AHNA) के सेक्रेटरी पद से इस्तीफा दे दिया है.
डॉ. वीरेन शाह पिछले कई दिनों से नगर निगम और सरकार के सामने निजी अस्पतालों में रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा उठा रहे थे. लेकिन उन्होंने नगर निगम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि निजी अस्पतालों को रेमडेसिविर और ऑक्सीजन लेने में कठिनाई हो रही थी. नतीजतन कई मरीजों और उनके परिवारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है. होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज भी परेशान हैं.
इन्हीं सब बातों को उन्होंने नगर निगम से लेकर सरकार के सामने भी उठाया. डॉ. शाह का आरोप है कि परेशानियों को दूर करने की बजाय नगर निगम ने उन्हें ही दोषी ठहरा दिया.
बताया जा रहा है कि मंगलवार को डॉ. शाह नगर निगम कमिश्नर के पास AHNA को हो रही परेशानी के बारे में बताने गए थे, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया. कहा जा रहा है कि नगर निगम की तरफ से उन्हें ही दोषी ठहराए जाने की वजह से भी डॉ. वीरेन शाह नाराज चल रहे थे.
गुजरात में कोरोना ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
गुजरात में पिछले 24 घंटे में कोरोना के सारे रिकॉर्ड टूट गए. मंगलवार को बीते 24 घंटे में कोरोना के 12,206 नए मामले सामने आए. 121 लोगों की मौत हो गई. अब तक राज्य में कोरोना के 4,28,178 मामले आ चुके हैं और 5,615 लोगों की मौत हो चुकी है. फिलहाल 5,615 मरीजों का इलाज चल रहा है.