
महाशिवरात्रि से ठीक एक दिन पहले गुजरात के द्वारका स्थित प्राचीन भीड़भंजन महादेव मंदिर से शिवलिंग चोरी होने से हड़कंप मच गया। पहले कहा गया कि शिवलिंग को समुद्र में फेंक दिया गया, जिसके चलते पुलिस ने स्कूबा डाइविंग टीम के साथ तलाशी अभियान भी चलाया। लेकिन जब सच्चाई सामने आई, तो मामला चौंकाने वाला निकला।
दरअसल, द्वारका से 500 किमी दूर साबरकांठा के हिम्मतनगर में रहने वाले महेंद्र मकवाणा की भतीजी को एक सपना आया था। सपने में उसे शिवलिंग घर में स्थापित करने से परिवार की प्रगति का संकेत मिला, जिसके बाद परिवार ने मंदिर से शिवलिंग चोरी करने की साजिश रची।
इस साजिश को अंजाम देने के लिए परिवार के 7-8 सदस्य कई दिनों पहले द्वारका पहुंचे और मंदिर की रेकी की। फिर मौका मिलते ही उन्होंने शिवलिंग चोरी कर अपने घर में स्थापित कर दिया।
जांच में जुटी पुलिस ने तकनीकी और मानव स्रोतों की मदद से आरोपियों का पता लगाया और महेंद्र, वनराज, मनोज और जगत को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, इस चोरी में परिवार की तीन महिलाएं भी शामिल थीं।
द्वारका एसपी नितीश पांडे ने बताया कि बाकी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। चोरी किया गया शिवलिंग भी पुलिस को घर से मिल गया है