
गुजरात में शराब बंदी के बावजूद अहमदाबाद में जहरीली शराब पीने से 4 लोग अस्पताल में भर्ती किए गए हैं. इनमें से दो की हालत गंभीर है. गुरुवार को इनसे मिलने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर और दलित नेता जिग्नेश मेवानी पहुंचे. इसके बाद इन नेताओं ने गांधीनगर एसपी ऑफिस के पास बनी झोपड़ पट्टी में छापा मारकर देशी शराब भी बरामद की.
जिग्नेश मेवानी का कहना है कि गुजरात में सरकार और शराब माफिया की मिली भगत से शराब बेची जा रही है. शराबबंदी की मांग के साथ सत्ता में आए अल्पेश ठाकोर का कहना है कि अब से इस तरह की छापेमारी लगातार होगी. गुजरात में शराबबंदी का सख्ती से अमल नहीं हो रहा. यहां किसानों के पानी पर पहरा लगाया जाता है, लेकिन शराब पर नहीं.
गौरतलब है कि विधानसभा में जो आकंड़े सरकार की ओर से पेश किए गए वो काफी चौकाने वाले थे. पिछले एक साल में गुजरात सरकार ने करीब 147 करोड़ रुपयों की शराब बरामद की थी. सरकार के आकंड़ों के मुताबिक राज्य के 31 जिलों में से 16,033 वाहनों को पकड़ा गया था.
वहीं, अहमदाबाद में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की तबीयत बिगड़ने के बाद सूरत पुलिस भी हरकत में आ गई. सूरत पुलिस ने गुरुवार को शहर के डुम्मस इलाके में चल रही देशी शराब की भट्ठियों पर छापेमारी की और उन्हें नष्ट कर दिया.