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गुजरात में नॉनवेज पर बवाल, सड़क से हटेंगे ठेले, लोग बोले- इलेक्शन आने वाले हैं तभी...

गुजरात में नॉनवेज खाने वालों का स्वाद जैसे एक ही झटके में झटक लिया गया है. शहर में खुली जगहों पर नॉनवेज फूड आइटम नहीं बेचे जाएंगे. और तो और शहर में मुख्य जगहों पर 100 मीटर के दायरे में किसी भी दुकान पर मांस नहीं बिकेगा.

गुजरात में शहर पर नहीं लगेंगे नॉनवेज के ठेले गुजरात में शहर पर नहीं लगेंगे नॉनवेज के ठेले
गोपी घांघर
  • अहमदाबाद,
  • 17 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 11:57 AM IST
  • खुली जगहों पर नॉनवेज के स्टॉल बैन!
  • वेंडर ने उठाए सवाल, HC जाने की तैयारी

अहमदाबाद नगर निगम की टाउन प्लानिंग कमेटी ने नया नियम निकाला है कि शहर में खुली जगहों पर नॉनवेज फूड आइटम नहीं बेचे जाएंगे. और तो और शहर में मुख्य जगहों पर 100 मीटर के दायरे में किसी भी दुकान पर मांस नहीं बिकेगा. सिर्फ अहमदाबाद ही नहीं वडोदरा और राजकोट में ये नियम लागू हो चुका है.

दरअसल, गुजरात में नॉनवेज खाने वालों का स्वाद जैसे एक ही झटके में झटक लिया गया है. अब इसे कौन सा फरमान कहें... तुगलकी फरमान तो कतई नहीं कह सकते, क्योंकि तुगलक के राज में तो नॉनवेज खाने की खुल्ली छूट रही होगी, लेकिन अहमदाबाद नगर निगम ने नॉनवेज बेचने वालों के खिलाफ़ फरमान जारी कर दिया है.

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ठेले वाले बोले- बंद कर रहे हैं तो नौकरी दीजिए

अब इस फरमान का पालन करते हुए नॉनवेज बेचने वालों की दुकानें उठना शुरु हो गई हैं. नॉनवेज का ठेला लगाने वाले एक शख्स ने आजतक से कहा कि हम लोग 10 परिवार इससे चला रहे हैं, बंद कर रहे हैं, तो नौकरी दीजिए, चोरी करेंगे, तो कहेगा चोरी डकैती कर रहे हैं.

वैसे खानपान एक व्यक्तिगत विषय है, इसपर बोलने का हक किसी को नहीं होना चाहिए, कम से कम सरकार को तो नहीं.  मतलब जिसे मुर्गा या अंडा खाना हो खाए, इसी तरह जिसे पालक और टिंडे का सेवन करना हो करे, बात बाकी ये है कि अंडे से टिंडे तक कुछ भी खाने पीने की आजादी हमें हमारा संविधान देता है.

हाई कोर्ट जाने की तैयारी में श्रमिक संगठन

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तभी तो गुजरात में सड़क किनारे ठेले लगाने वाले नगर निगम इस शुद्ध शाकाहारी फरमान के खिलाफ खड़े हो गए हैं, और हाई कोर्ट तक जाने की बात कर रहे हैं. अहमदाबाद श्रमिक संगठन के अध्यक्ष राकेश महेरिया ने कहा कि जिनका अंडे का काम नहीं है... उनको भी उठाया जा रहा है, अब हम हाई कोर्ट जा रहे हैं, सरकार को सोचना चाहिए.

इस मामले में वडोदरा की डिप्टी मेयर नंदा जोशी का कहना है, 'महिलाओं की मांग थी, जब नॉन वेज की लारी के सामने से जाते हैं, तो आंखों में जलन होती है, रास्ते स्कूटर चलाते समय मुश्किल होती है.' पहले राजकोट नगर निगम ने खुले में नॉनवेज या अंडा बेचने पर पाबंदी लगाई तो फिर वडोदरा नगर निगम ने भी खुले में इसकी बिक्री पर पाबंदी लगा दी.

लोग बोले- इलेक्शन नजदीक है, तभी ये हो रहा है

दोनों नगर निगम की तरफ से कहा गया था कि खुले में नॉनवेज बेचने वालों के साथ-साथ खुले में नॉनवेज खाने वालों के खिलाफ़ भी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में एक स्टूडेंट का कहना है, 'आपको प्रॉब्लम है धुएं है, अगर आपको प्रॉब्लम है, को अलग से जगह दे दो, मुझे लगता है कि इलेक्शन नजदीक है तो ये सब कर रहे हैं.'

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खैर, अहमदाबाद म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की टाउन प्लानिंग कमेटी के अध्यक्ष देवांग दानी का कहना है कि अहमदाबाद से शिकायतें आ रही थीं कि जनमार्ग पर अंडे सबकी दुकाने लगी हैं, तो अब टाउन प्लानिंग कमेटी ने निर्णय किया है कि मछली, अंडा, नॉन वेज की लारी हटाई जाएंगी. अब स्कूल, कॉलेज, कम्युनिटी हॉल, मंदिर के पास नॉनवेज नहीं बेचे जा सकेंगे. 

गुजरात में इससे पहले भावनगर, जूनागढ़ , राजकोट और बड़ोदा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने धार्मिक स्थलों के आसपास और सार्वजनिक मार्गों पर नॉनवेज और अंडे की दुकान नहीं लगाने के आदेश दिए गए थे, लेकिन नॉनवेज के इस प्रतिबंध पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल कह रहे हैं कि लोग नॉनवेज या वेज कुछ भी खाने के लिए स्वतंत्र हैं.

(आजतक ब्यूरो)

 

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