
पिछले कई दिनों से कांग्रेस विधायक और ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर के पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने की चर्चा पर विराम लगाते हुए अल्पेश ने कहा कि वह अपने लोगों के लिए संघर्ष करते रहेंगे. वह कांग्रेस में ही रहेंगे और कांग्रेस का समर्थन करते रहेंगे. कांग्रेस भले ही अल्पेश को पार्टी में रोकने में कामयाब रही हो, लेकिन एक दिन पहले ही उसे 2 विधायकों से झटका लग चुका है. अल्पेश ने यह भी साफ किया कि वह अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे.
गुजरात के राधनपुर से कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर के अगले राजनीतिक कदम को लेकर राज्य की राजनीति में हलचल मची हुई थी. उन्होंने शनिवार को बीजेपी में शामिल होने के मामले पर आयोजित पीसी में कहा, 'मैं अपने लोगों के लिए संघर्ष करता रहूंगा. मैं कांग्रेस में रहूंगा और कांग्रेस का ही समर्थन करूंगा.' उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ दिनों से नाराजगी की बात आ रही थी, मैं उस बात से मना नहीं कर रहा, लेकिन पिछले 2 दिनों में जिस तरह से विधायकों की खरीद-फरोख्त हो रही है, यह सही नहीं है. किस को मंत्री बनना अच्छा नहीं लगता. मुझे भी मंत्री बनना अच्छा लगता है. ईमानदारी से कहूं तो मुझे मंत्री बनना था.'
उन्होंने कहा, 'मेरे साथ जुड़े लोग गरीब लोग हैं, उनके पास रोजगार नहीं है. हमारे पास बहुत सारा संघर्ष है. ये लोग आजादी के वक्त से ही दबे हुए हैं.' अपनी पत्नी के राजनीति में आने की बात पर उन्होंने कहा, 'मेरी बीवी मरते दम तक राजनीति में नहीं आएगी. अगर मुझे सत्ता ही चाहिए था तो मैं 6 महीने पहले ही मंत्री बन जाता, लेकिन मेरे गरीब समाज के लोगों के लिए मुझे यह नही करना था. मुझमें लालच होती तो मैं 6 महीने पहले ही चला जाता.' उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव लड़ने की उनकी कोई इच्छा नहीं है और पार्टी से अनुरोध किया है कि उन्हें राष्ट्रीय सचिव भी नहीं रहना है.
अल्पेश ने अपने राजनीतिक भविष्य पर फैसला करने के लिए 2 दिन पहले गुरुवार को ‘क्षेत्रीय ठाकोर सेना’की बैठक बुलाई थी, और कहा जा रहा था कि वह बीजेपी में शामिल होंगे और सीधे मंत्री पद की शपथ भी लेंगे. इन अटकलों के बीच गांधीनगर मंत्रालय में दो चैंबर्स की साफ-सफाई भी शुरू करा दी गई थी. लेकिन उनकी ओर से बयान आने के बाद यह साफ हो गया है कि वह अभी कांग्रेस में ही रहेंगे.
इससे पहले बीजेपी में अल्पेश ठाकोर के शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा था, 'आप अल्पेश से पूछिए.' वहीं, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल का कहना था कि जो कोई भी बीजेपी में शामिल होना चाहता है उसके लिए पार्टी के दरवाजे खुले हैं. दूसरी ओर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने दावा किया था कि कांग्रेस का कोई भी विधायक बीजेपी में शामिल नहीं होगा.
अल्पेश ने भले ही कांग्रेस में बने रहने का फैसला लिया, लेकिन इस पार्टी को शुक्रवार को दोहरा झटका लगा जब उसके दो विधायकों मानावदर जिले से विधायक जवाहर चावड़ा और विधायक पुरुषोत्तम साबरिया ने इस्तीफा दे दिया. दोनों इस्तीफे छह घंटों के अंदर दिए गए. जवाहर चावड़ा इस्तीफा देने के तुरंत बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए. जबकि, पुरुषोत्तम साबरिया का कहना है कि जब आदेश मिलेगा तब भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे.
इन इस्तीफों के बाद आज शनिवार को राज्य के विजय रुपाणी मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है. उम्मीद है कि इसमें तीन से चार मंत्री पद की शपथ लेंगे जिनमें जवाहर चावड़ा भी शामिल हो सकते हैं.