
गुजरात हाईकोर्ट ने अल्पेश ठाकोर को विधायक पद से हटाने की गुजरात कांग्रेस की याचिका को खारिज कर दिया है. हाईकोर्ट ने कहा है कि ये पूरा मामला गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष को पता है और उनकी जानकारी में है, इसलिए वही इस मामले में फैसला लेंगे.
गुजरात कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष से अपील की थी कि अल्पेश ठाकोर ने पार्टी के सभी पद से इस्तीफा दिया है तो उनका विधायक पद रद्द किया जाए. कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष के जरिए कार्रवाई ना होने पर गुजरात हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
अब जब हाईकोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया तो अल्पेश ठाकोर 5 जुलाई को होने वाले राज्यसभा चुनाव में वोट डाल सकेंगे. इससे पहले अल्पेश ठाकोर ने भी गुजरात हाईकोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि वह अभी कांग्रेस में हैं और इस्तीफा नहीं दिया है. अल्पेश ठाकोर ने कहा कि सोशल मीडिया में जो इस्तीफा वायरल हो रहा था, उसे आधिकारिक नहीं माना जा सकता है. अभी इस पर कांग्रेस का आधिकारिक बयान भी नहीं आया है.
बता दें कि गुजरात हाईकोर्ट ने अल्पेश ठाकोर को नोटिस जारी किया था. अल्पेश ठाकोर को विधायक पद से हटाने को लेकर कांग्रेस की याचिका पर हाईकोर्ट ने ये नोटिस जारी किया था.
अल्पेश ठाकोर ने अप्रैल में कांग्रेस के सभी पद से अपना इस्तीफा दे दिया था. अल्पेश ठाकोर ने अपने इस्तीफे में लिखा था कि मेरा जीवन समाज सेवा के साथ जुड़ा हुआ है, मैं राजनीति में भी अपने समाज और गरीबों की विचारधारा से जुड़ा हुआ हूं, गरीबों के घर में उजाला करने का सपना मैंने देखा है, जिसे पूरा करने के लिए हमेशा आत्ममंथन चलता है. साथ ही लिखा कि पूरे गुजरात में मेरी सेना के गरीब युवा अपमानित हुए जिसकी वजह से दुखी और आक्रोशित हैं. वहीं गुजरात हाईकोर्ट पहुंचने से पहले पार्टी ने उन्हें बिहार के सहप्रभारी के पद से भी हटा दिया था.