
गुजरात के सूरत में पंडित प्रदीप मिश्रा की भागवत कथा हो रही है. पंडित प्रदीप मिश्रा की भागवत कथा को लेकर एक विवाद सामने आया है. उनकी कथा को लेकर सूरत शहर में निशुल्क होर्डिंग्स लगाने को लेकर स्टैंडिंग कमेटी में मंजूरी देने वाली सूरत महानगरपालिका ने अपनी ही मंजूरी को निरस्त कर दिया है और होर्डिंग उतारने शुरू कर दिए हैं. सूरत महानगरपालिका जिन होर्डिंग्स को उतार रही है, उन होर्डिंग्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गुजरात के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.आर.पाटील और भाजपा विधायक संगीता पाटिल की तस्वीर है.
सूरत महानगरपालिका के इस फैसले से कथा के आयोजनकर्ता भी आश्चर्यचकित हैं. सूरत महानगरपालिका ने कथा के आयोजकों को बताए बिना अपने निर्णय को रद्द कर दिया और कथा को लेकर लगाए गए होर्डिंग्स को हटाना शुरू कर दिया है.
16 जनवरी से 22 जनवरी तक भागवत सप्ताह
सूरत के खरवासा गांव में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की 16 जनवरी से 22 जनवरी तक भागवत सप्ताह चल रही है. इस भागवत सप्ताह के आयोजन कर्ता सुनील पाटिल और सम्राट पाटिल हैं. जो पेशे से कपड़ा व्यापारी हैं और भाजपा से भी जुड़े हैं. कथा के इस आयोजन में इन दोनों भाइयों के साथ भाजपा पार्षद और सूरत महानगरपालिका में ट्रांसपोर्ट चेयरमैन सोमनाथ मराठे भी सहसंयोजक हैं.
80 जगहों पर लगाए गए थे होर्डिंग्स
सोमनाथ मराठे की सिफारिश पर ही सूरत महानगरपालिका के स्टैंडिंग कमेटी बोर्ड की मीटिंग में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा को लेकर सूरत शहर में 80 जगह पर होर्डिंग फ्री में लगाने का प्रस्ताव पारित हुआ था. कथा के आयोजकों ने शहर के अलग-अलग 80 जगहों पर होर्डिंग्स लगा भी दिए थे और प्रचार प्रसार कर 16 जनवरी से कथा शुरू हो चुकी है जो 22 जनवरी तक चलेगी. अब अचानक से सूरत महानगरपालिका ने कथा आयोजकों को बताए बिना ही 80 जगह होर्डिंग्स को लगाने के आदेश को निरस्त कर दिया है. शहर के अलग अलग 80 जगह से सूरत महानगरपालिका पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा को लेकर लगाए गए होर्डिंग हटाने में जुट गई है.
सोमनाथ भाई मराठे ने बताया कि उनकी सिफारिश के आधार पर ही सूरत महानगरपालिका में 80 जगह पर होर्डिंग लगाने का प्रस्ताव पारित हुआ था. अब सूरत महानगरपालिका ने अपने आदेश को निरस्त कर दिया है और इस बात की जानकारी महानगरपालिका ने उन्हें नहीं दी है. माना जा रहा है कि भाजपा की अंदरूनी राजनीति के तहत ही पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव कथा के होर्डिंग्स उतारने का काम सूरत महानगरपालिका कर रही है, लेकिन इस मामले को लेकर कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं है.