
कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है और कई राज्यों में फिर से लॉकडाउन की वापसी हो रही है. महाराष्ट्र से सटे गुजरात में भी केसों की बढ़ोतरी होने के बाद गुजरात हाईकोर्ट ने राज्य में लॉकडाउन की बात कही है.
गुजरात हाईकोर्ट का कहना है कि राज्य में कोरोना का संकट रोकने के लिए लॉकडाउन लगाना जरूरी हो गया है. मंगलवार को अदालत के सामने कोरोना संकट को लेकर एक याचिका दायर की गई थी, जिसपर हाईकोर्ट ने ये टिप्पणी की है.
गुजरात हाईकोर्ट ने कहा है कि राज्य में 3-4 दिन तक कर्फ्यू लगना चाहिए या फिर वीकेंड कर्फ्यू लगना चाहिए. राज्य में कोरोना को कंट्रोल में लाने के लिए लॉकडाउन जरूरी हो गया है.
कुछ दिनों में ही बढ़ गई एक्टिव केस की संख्या
आपको बता दें कि गुजरात में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं. होली के त्योहार के बाद हर रोज़ आने वाले कोरोना के केस का आंकड़ा भी 1000 के पार हो गया है. अगर पूरे राज्य की बात करें तो अभी गुजरात में 16 हज़ार से अधिक एक्टिव केस हैं.
गुजरात में सूरत में सबसे ज्यादा हालत खराब है, जहां करीब 4000 एक्टिव केस हैं. सूरत के बाद अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट में सबसे अधिक एक्टिव मामले हैं.
राज्य में लगातार बढ़ते कोरोना के केस के बीच गुजरात सरकार ने अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड्स रिजर्व करने का निर्देश दिया है. सरकारी अस्पतालों और अन्य सेंटर्स पर मास्क को एक रुपये में देने की बात कही है.
आपको बता दें कि कोरोना के मामलों के कारण ही महाराष्ट्र और दिल्ली में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. इन दो राज्यों के अलावा यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी सख्ती बढ़ी है.