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सूरत में सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने पर किसान दंपति ने की खुदकुशी

सरकार के फैसले से कई किसानों को पानी की दिक्कतों का सामना करना पड़ा. किसान दंपति (जयेश और रीता) की तैयार धान की फसल खराब होने लगी और उन्हें भारी नुकसान होने का डर सताने लगा.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
गोपी घांघर
  • सूरत,
  • 11 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 4:45 PM IST

सूरत के ओलपाड में सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से नाराज किसान दंपति ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली है. किसान दंपति के आत्महत्या करने की वहज से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है.

परिवार से जुड़े सूत्रों के अनुसार, भारी नुकसान की आशंका को देखते हुए इस किसान जयेश पटेल (40) और रीता (35) ने सूरत के एयरपोर्ट के सामने वाले इलाके में जहरीली दवाई पीकर खुदकुशी कर ली. दोनों अचेत अवस्था में मिले और दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. हालांकि पुलिस की ओर से खुदकुशी करने के कारणों की कोई पुष्टि नहीं की गई है.

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कुछ समय पहले सरकार की ओर से ऐलान किया गया कि 15 मार्च से किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं दिया जाएगा. सरकार के इस फैसले से कई किसानों को पानी की दिक्कतों का सामना करना पड़ा. किसान दंपति (जयेश और रीता) की तैयार धान की फसल खराब होने लगी और उन्हें भारी नुकसान होने का डर सताने लगा.

सरकार की ओर से सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति रोके जाने से इस दंपति को खासी दिक्कत होने लगी. दंपति ने धान की फसल बोने के लिए 2 लाख रुपये का कर्ज लिया था. उन्हें उम्मीद थी कि धान की फसल होगी तो वो अपना कर्ज चुका देंगे, लेकिन सिंचाई के वक्त पानी नहीं मिलने की वजह से उनकी फसल सूखने लगी. खराब फसल और भारी कर्ज को देखते हुए दोनों ने आत्महत्या करने का फैसला कर लिया.

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किसान दंपति की आत्महत्या ने अब गुजरात में बड़ा मुद्दा बना दिया है और राजनीतिक स्तर पर यह मामला तुल पकड़ता जा रहा है. विपक्षी कांग्रेस ने आरोप लगाया कि किसानों को देने के लिए सरकार के पास पानी नहीं है, लेकिन वही पानी वो चुनाव के वक्त बांट रही थी. इस घटना के लिए सरकार की अव्यवस्था जिम्मेदार है.

 

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